भविष्य मालिका पुराण में 7 मई को भारत पाकिस्तान युद्ध के विषय में पहले ही लिखा था: कथावाचक पंडित काशीनाथ मिश्र

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गोविंदपुरी गोविंद घाट में ट्रस्ट द्वारा 10 से 16 मई तक श्रीमद्भागवत कथामृत का आयोजन किया जा रहा है।

 

Surya kant belwal, soul of india
हरिद्वार। श्रीमद् भागवत कथामृत एवं भविष्य मालिका के आयोजन हेतु हरिद्वार पधारे कथावाचक , एवं जगन्नाथ संस्कृति प्रकाण्ड मनस्वी पंडित काशीनाथ मिश्र ने यहां प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान भविष्य मालिका  में कही गई भविष्य वाणी पर गहन चर्चा की, उन्होंने कहा कि उन्होंने इस ग्रन्थ का अनुवाद हिंदी में पूरा करके 29 मार्च 2022 को प्रकाशित करा दिया था, इसमें 7 मई 2025 को होने भारत पाकिस्तान युद्ध विवाद के विषय में पहले लिख दिया गया है, पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि यह मैं स्वयं नहीं कहता , यह सब पहले ही पुराणों में लिखा गया है कि कब क्या होगा, क्या होना है। अभी पुनः युद्ध होगा , जो विश्व युद्ध का स्वरूप ले लेगा, जो बहुत भयावह होगा। भगवान में आस्था रखने वाले सुरक्षित रहेंगे। हमें जगन्नाथ प्रभु का ध्यान करना चाहिए, भागवत कथ के सुमिरन करना चाहिए।
भविष्य मालिका में कही बात को रखते हुए उन्होंने कह कि यह शांति लंबे समय तक कायम नहीं रहेगी, भारत पाकिस्तान फिर आमने सामने होंगे, पाकिस्तान की सहायता के लिए 13 मुस्लिम देश आगे आएंगे, चीन भी इसका ही साथ देगा, भारत के साथ रूस खड़ा होगा, युद्ध भयंकर होगा पाकिस्तान का तब थोड़ा अंश ही रह जाएगा, हमें भविष्य में होने वाली विभीषिका के लिए तैयार रहना चाहिए, 2035 के बाद बहुत कुछ होगा, उत्तराखण्ड में भी जल प्रलय आएगी, सैकड़ों फीट पानी भरेगा। पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि कलयुग समाप्त की ओर है सतयुग का प्रारंभ होने वाला है जिसमें कल्कि अवतार होगा,
बात आश्चर्य की थी परन्तु पंडित श्री काशीनाथ मिश्रा ने यह भी कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी भारत के आखिरी प्रधान मंत्री होंगे, उसके बात भगवान का राज होगा जो कल्कि अवतार होगा, वही राजपाठ संभालेंगे, उन्होंने कहा कि वह सब बात भविष्य पुराण में लिखे अनुसार कह रहे हैं जिसे हजारों वर्ष पूर्व लिखा गया था।

हरिद्वार के गोविंद घाट में होने वाली कथा के विषय में बताया कि श्री महारत्नपुर मंडल विश्व सनातन धर्म सेवा ट्रस्ट द्वारा 10 से 16 मई तक श्रीमद्भागवत कथामृत का आयोजन किया जा रहा है। कथावाचक पंडित काशीनाथ मिश्रा ने कहा कि कथा का श्रवण करने वाले भक्तों को अवश्य ही भक्ति का लाभ मिलेगा। कथा के श्रवण मात्र से ही परिवारों में सुख समृद्धि का आगमन होता। पंडित काशीनाथ मिश्रा ने बताया कि जगन्नाथ शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। शंखनाद एवं प्रभात फेरी, संध्या पाठन, श्री जगन्नाथ पूजन का लाभ श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा। कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए। युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति की ओर अग्रसर होने की आवश्यकता है। श्रीमद् भागवत कथा अमृत का रसपान करने से भक्तों के कष्ट दूर होंगे। गंगा तट पर धार्मिक क्रियाकलापों का महत्व ही अलग होता है। हम सभी को भगवान में भक्ति का भाव रखते हुए कथा का रसपान करना चाहिए।

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