चार धाम यात्रा पर लगा ब्रेक, बारिश और भूस्खलन से सड़के बंद

देहरादून। उत्तराखंड में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के कारण न सिर्फ आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो चला है अपितु चार धाम यात्रा पर भी ब्रेक लग गया है। बीती रात उत्तरकाशी, चमोली और कर्णप्रयाग में भारी बारिश होने से चार धाम यात्रा मार्गाे के अवरुद्ध होने से यात्रियों की मुसीबतें बढ़ गई है। तथा जगहकृजगह यात्रियों के फंसे होने के खबरें मिल रही है।
5 दिन पहले सिलाई बैंड पर बादल फटने की घटना के बाद अभी तक यमुनोत्री मार्ग को यात्रियों के लिए नहीं खोला जा सका है। धाम की ओर फंसे यात्रियों को जंगल के रास्ते किसी तरह रेस्क्यू कर निकाला गया है तो कुछ अभी भी वहीं फंसे हुए हैं। इसी मार्ग पर बीती रात वनास के पास हुए भूस्खलन से यहां भी अब मार्ग बंद हो गया है। वहीं केदारनाथ मार्ग पर गौरीकुंड के पास भारी बारिश के कारण मार्ग बाधित हो गया है तथा आवाजाही पर रोक लग गई है। कर्णप्रयागकृनैनीसैंण मार्ग बंद होने से वाहनों की लंबी कतारे लगी हुई है वहीं भट्टा मार्ग पर भी भूस्खलन से यातायात ठप हो गया है।
उधर चमोली जिले में भी भारी बारिश के करण पीपल कोटी तथा नंदप्रयाग के बीच मार्ग अवरुद्ध हो गया है। जिसे 5,6 घंटे में खोले जाने की बात कही जा रही है। सभी चारों धामों में इस समय यात्रियों का आवागमन बाधित हो चुका है तथा चार धाम यात्रा पर एक तरह से अस्थाई रूप से ब्रेक लग चुका है। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बारिश होने से सैकड़ो गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। अल्मोड़ा से भी भारी बारिश के समाचार मिले हैं वहीं बागेश्वर में बीती रात भारी बारिश के कारण सड़कें तालाब बन गई हैं तथा कई आवासीय क्षेत्रों में घरों में पानी घुसने की भी खबरें हैं। राज्य में 5 जुलाई तक इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है। भारी बारिश के कारण गंगाकृयमुना सहित तमाम नदियां ऊफान पर है तथा उनका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिससे मैदानी भागों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।