घुटनों तक जलभराव के बीच कांवड़ यात्री जा रहे जल लेकर अपने गंतव्य को
गंगा उफान पर
हरिद्वार। पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में अतिवृष्टि के चलते हरिद्वार में गंगा उफान पर है। गंगा चेतावनी निशान 293 मीटर से 15 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। खतरे का निशान 294 मीटर है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है। तटवर्ती इलाकों पर निगरानी रखी जा रही है। मूसलाधार वर्षा से जगह-जगह जलभराव हो गया है।
वहीं मध्य हरिद्वार के व्यस्ततम श्री चंद्राचार्य चैक में भारी जलभराव हो गया है। यहां घुटनों तक जलभराव के बीच कांवड़ यात्री जल लेकर अपने गंतव्य को जा रहे हैं।
लालढांग में टाट वाला के नौकी में पीली नदी उफान पर आ गई। नदी का पानी सड़क पर आ गया। क्षेत्र के मुख्य मार्ग पर तीन से साढेघ् तीन फीट तक पानी बह रहा है। क्षेत्र के करीब 3000 की आबादी पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार जनप्रतिनिधियों से पानी की निकासी के लिए उचित प्रबंध करने का आग्रह करने के साथ ही सड़क निर्माण की मांग की गई, लेकिन कोई हल नहीं निकला।