भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान का प्रचार करना होगा

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आज जगह-जगह यूनिवर्सिटीज खुल रही हैं, आज विवेकानंद नहीं बन पा रहे हैं: सतपाल महाराज*
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हरिद्वार । स्थानीय ऋषिकुल मैदान में मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में बैसाखी महोत्सव पर तीन दिवसीय (13 से 15 अप्रैल) सद्भावना सम्मेलन में अपार जन समुदाय को संबोधित करते हुए उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री व सुविख्यात समाजसेवी सतपाल महाराज ने कहा कि आज जगह-जगह यूनिवर्सिटीज खुल रही हैं, आज विवेकानंद नहीं बन पा रहे हैं, शिवाजी महाराज परंतु नहीं बन पा रहे हैं, क्योंकि आज हम अध्यात्म को भुला बैठे हैं। जब अध्यात्म का विज्ञान हमारे पास होगा, तब अपने देश के अंदर हम विवेकानंद बना पाएंगे, वीर शिवाजी पैदा कर पाएंगे, झांसी की रानी पैदा कर पाएंगे। तब हमारा देश विश्वगुरु बनेगा, विश्व को ज्ञान देगा। भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए हमें अध्यात्मिक ज्ञान का प्रचार करना होगा। सतपाल महाराज ने कहा कि आज दुनिया में योग का प्रचार हो रहा है। योग माने होता है मिलन। मन को लगाना योग है। जैसे मोबाइल चार्ज करने के लिए हम मोबाइल को बिजली से जुड़े चार्जर से कनेक्ट करते हैं और हमारा मोबाइल चार्ज हो जाता है, ठीक इसी प्रकार से जब प्रभु के नाम में अपने मन को कनेक्ट करेंगे, तब हमारा शांत हो जाता है , मन को अपार शांति मिलती है।
महाराज ने उत्तराखंड प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देशन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चारों धामों के विकास के लिए हम निरंतर प्रयत्नशील हैं। वर्ष 2013 में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद केन्द्र के सहयोग से जहां प्रदेश सरकार केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण करवा रही है वहीं दूसरी ओर बद्रीनाथ धाम को एक “स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन” के रूप में विकसित किए जाने का सरकार चरणवद्ध रूप से कार्य कर रही है। चारधाम यात्रा और पर्यटन के विकास के लिए कनेक्टिविटी बहुत महत्वपूर्ण है।इसलिए हम देश के अन्य क्षेत्रों के साथ कनेक्टिविटी बेहतर बनाने पर तेजी से काम कर रहे हैं। हवाई सेवाओं का भी विस्तार किया जा रहा है।

कार्यक्रम के प्रारंभ में सतपाल महाराज , माता अमृता व अन्य गणमान्य विद्वानों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। मंच संचालन महात्मा हरिसंतोषानंद ने किया।

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