पहाड़ के जीवन की रीढ़ की महिलाएं ही होती हैं

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आज हमारे पहाड़ की बहने विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं: उत्तराखंड राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल

देहरादून। कुनाऊँ यमकेश्वर की बहनों के सखी महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा मशरूम, अचार, गुलाब जूस इत्यादि के उत्पादन हेतु खाद्य एवम प्रसंस्करण विभाग, उत्तराखंड द्वारा ट्रेनिंग ले कर बहनों के लघु उद्यम का शुभारंभ उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर समूह के सदस्यों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए तथा सरकार द्वारा समूहों के लिए चलाई जा रही योजनाओं को समझाया गया।
इस अवसर पर आयोग के अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के सहयोग से सशक्त होने और आत्मनिर्भरता की कदम बढाने पर सराहना करते हुए कहा कि आज हमारे पहाड़ की बहने विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं और सच्चाई तो यह है कि पहाड़ के जीवन की रीढ़ की महिलाएं ही होती हैं।
उन्होंने कहा राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य की महिलाओं के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है जिससे कि वह अपनी आर्थिकी को मजबूत करते हुए सशक्तिकरण की और बढ़ते हुए राज्य का नाम रोशन करें।
उन्होंने कुँआऊ के निवासी चंद्रमोहन नेगी का स्वागत और आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सहयोग व प्रयास से महिलाएं साथ आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही है तथा विभिन्न प्रकार के उत्पादों का प्रशिक्षण लेकर के अपनी आजीविका को मजबूत बना रही हैं।
इस अवसर पर राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष द्वारा सखी महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष सहित समूह की विभिन्न महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों का निरीक्षण किया व मशरूम उत्पादन कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि आयोग उनके लिए प्रयास करेगा कि किस प्रकार से उनके द्वारा तैयार उत्पादों को अधिक से अधिक बाजार मिल सके। इस अवसर पर समूह की अध्यक्ष दर्शनी नेगी, सचिव कृष्णा राणा, उपाध्यक्ष आशा नेगी, निर्मला कठैत पंडित महिमानंद भट्टकोटी, डॉ शशि कण्डवाल, जितेन्द्र, रेणु सहित अन्य महिलांए उपस्थित रही।

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