विश्व हिन्दू परिषद ने की बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग

0

मंदिरों के साथ शमशान तक निशाना बना रहे बांग्लादेशी अराजतक तत्व-रविदेव आनंद

हरिद्वार। विश्व हिंदू परिषद ने बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले और हिंदूओं की संपत्ति को निशाना बनाए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए विश्व हिंदू परिषद उत्तराखण्ड के प्रांत अध्यक्ष रविदेव आनंद ने कहा कि पड़ोसी बांग्लादेश हिंसा और अराजकता से ग्रस्त है। निर्वाचित प्रधानमंत्री शेख हसीना के त्यागपत्र देने और देश छोड़ने के बाद अराजक तत्व हावी हो गए हैं और कानून व्यवस्था पूरी तरह निष्प्रभावी हो चुकी है। इस अराजक स्थिति में वहां के अतिवादी जिहादी तत्वों ने हिंदू समाज का बड़े पैमाने पर उत्पीड़न शुरू कर दिया है।
हिन्दू अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थानों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और घरों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। बांग्लादेश के सभी जिलों से हिदंुओं के उत्पीड़न की खबरें आ रही हैं। कट्टरपंथी शमशान तक को निशाना बना रहे हैं। इस्कॉन मंदिर को भी भारी क्षति पहुंचाई गयी है। उन्होंने कहा कि निरंतर अंतराल पर होने वाले दंगों के परिणाम स्वरूप बांग्लादेश में हिंदू जनसंख्या जो विभाजन के समय 32 प्रतिशत थी। अब घटकर केवल 8 प्रतिशत रह गयी है। जो हिंदू बचे हैं वे भी लगातार जिहादी उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं। सरकार को बांग्लादेश के हिंदुओं की जानमाल की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि डेमोग्राफी चेंज की वजह से उत्तराखण्ड में भी जिहाद का खतरा बना हुआ है। प्रदेश सरकार को विशेष अभियान चलाकर उत्तराखण्ड में मौजूद रोहिंग्याओं और बांग्लादेशी मुस्लिमों को वापस भेजना चाहिए। उन्होंने सीएए और एनआरसी लागू करने की भी मांग की और कहा कि बांग्लादेश, अफगास्तिान आदि देशों से आने वाले हिंदुओं को भारत की नागरिकता दी जाए।

विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड के प्रांत मंत्री धीरेंद्र शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की स्थिति अत्यंत चिंतनीय है। उन्होने कहा कि विश्व समुदाय की यह जिम्मेदारी है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा व उनके मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रभावी कार्यवाही करें।

बजरंग दल के प्रांत संयोजक अनुज वालिया ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को टारगेट किया जा रहा है। भारत की इस्लामिक संस्थाओं और विश्व की सभी संस्थाओं को बांग्लादेश के हिुंदुओं की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए। विकट परिस्थिति का लाभ उठा कर जिहादियों द्वारा सीमा पार से घुसपैठ का प्रयत्न किया जा सकता है। इससे सतर्क रहना होगा।

विहिप प्रचार प्रसार विभाग के प्रांत प्रमुख पंकज चौहान ने कहा कि जिहादी मानसिकता से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए हिंदू समाज को सभी भेदभाव भुलाकर एकजुट होना होगा। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद वहां के हिंदू समाज को जिस प्रकार की कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। वह बेहद चिंताजनक है। सरकार को बांग्लादेशी हिंदू समाज की रक्षा के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाने चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share