देश के विभिन्न प्रान्तों से आए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की दो दिवसीय बैठक

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हरिद्वार के आतिथ्य से अभिभूत हुए देशभर के स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के कार्यकारिणी सदस्य-
हरिद्वार/ स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति की राष्ट्रीय समन्वय समिति की अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय अतिथि गृह में आयोजित दो दिवसीय बैठक देवभूमि की गरिमा के अनुरूप सम्पन्न हुई। स्वतंत्रता सेनानियों के स्मृति स्थलों के दर्शन करने पहुंचे प्रतिभागियों का स्वागत एवं सम्मान जिस रूप में किया गया, उसकी सभी ने भूरि भूरि सराहना की। इस बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा भारत सरकार की एमिनेंट कमेटी के सदस्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आनन्द सिंह बिष्ट ने की तथा संचालन अमर शहीद जगदीश प्रसाद वत्स के भांजे श्रीगोपाल नारसन द्वारा किया गया। इस बैठक में देशभर के विभिन्न राज्यों से समन्वय समिति के 58 सदस्य शामिल हुए, जिनमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वामी लेखराज जी की आयु 115 वर्ष है। बैठक में सर्वप्रथम देश के विभिन्न प्रान्तों से आए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उत्तराधिकारियों का सम्मान संगठन के अध्यक्ष देशबन्धु, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सैनी तथा महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी द्वारा हीरक जयंती का स्मृति चिन्ह देकर व मोती की माला पहनाकर किया गया, वहीं समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा ने अन्य स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ सभी का सम्मान पगड़ी पहनाकर, अशोक की लाट का स्मृति चिन्ह व रुद्राक्ष माला पहनाकर किया। इस बैठक में 19 प्रान्तों से आए हुए प्रतिनिधियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए तथा अपने-अपने प्रान्तों में स्वतंत्रता सेनानी संगठनों द्वारा किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान तथा अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए, इसके लिए स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी द्वारा *हर महीने प्रथम रविवार 10 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम* अभियान को व्यापक स्तर पर एकजुट होकर विस्तार देने का आवाहन किया गया। इस अवसर पर जितेन्द्र रघुवंशी के अनुरोध पर प्रत्येक प्रान्त में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के एक-एक व्यक्ति को प्रभारी के रूप में नामित किया गया, जो अपने प्रांत में इस अभियान को गति प्रदान करेंगे। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार से दिल्ली में एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मेमोरियल की स्थापना, उत्तराधिकारियों के लिए दिल्ली में स्वतंत्रता सेनानी सेवा सदन बनाने, स्वतंत्रता सेनानी परिवारों का संरक्षण करने, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के पदरज तथा स्वतंत्रता सेनानी स्मारकों शहीद स्थलों की पावन रज से सुसज्जित पावन रज कलशों को पुराने संसद भवन में सम्मान पूर्वक स्थापित करने जैसे बिन्दुओं को कार्यान्वित करने के लिए आग्रह किया गया है। इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि यदि केन्द्र सरकार गणतंत्र दिवस तक सार्थक कदम नहीं उठाती है तो मार्च 2024 में हर प्रान्त के लगभग पचास हजार स्वतंत्रता सेनानियों तथा शहीदों के उत्तराधिकारियों के पदाधिकारियों का सांकेतिक धरना प्रदर्शन हर प्रान्त के पावन कलशों के साथ किया जाएगा।
प्रवास के दौरान यूनियन भवन हरिद्वार में भाई अम्बरीश विचार मंच के द्वारा मुरली मनोहर के नेतृत्व में सभी अतिथियों को माला पहनाकर तथा गंगाजली भेंट कर स्वागत किया गया। यूनियन भवन के बाद यह प्रतिनिधिमंडल शहीद जगदीश वत्स पार्क जटवाड़ा पुल ज्वालापुर पहुंचा, जहां प्रतिनिधि मंडल ने शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। यहां पर हरिद्वार कांग्रेस कमेटी की तरफ से सभी अतिथियों का माला पहनाकर स्वागत किया गया। उसके बाद यह प्रतिनिधिमंडल सेल्फी प्वाइंट ललतारौ पुल होते हुए हरिद्वार के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. श्री नन्दलाल धींगरा तथा तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी के प्रयासों से स्थापित स्वतंत्रता सेनानी शहीद स्तंभ पर गया, जहां उन्होंने जनपद हरिद्वार के समस्त स्वतंत्रता सेनानियों को पुष्पांजलि अर्पित की तथा जगदीश वत्स की मूर्ति पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद यह प्रतिनिधिमंडल हर की पौड़ी में मां गंगा की आरती के भव्य आयोजन में भाग लिया, जहां गंगा सभा के पदाधिकारियों द्वारा विशेष व्यवस्था की गई और प्रतिनिधि मंडल के प्रत्येक सदस्य को गंगा सभा के कार्यालय में रुद्राक्ष की माला पहनाकर एवं मां गंगा का प्रसाद देकर सम्मानित किया, जहां हरिद्वार के उप जिलाधिकारी अजय वीर सिंह तथा हरिद्वार पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार सिंह ने प्रतिनिधि मंडल से भेंट किया तथा वयोवृद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से आशीर्वाद लिया।
आज स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा प्रतिनिधिमंडल को हरिद्वार से भावपूर्ण विदाई दी गई, इस दो दिवसीय कार्यक्रम में विशेष रूप से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी 115 वर्षीय स्वामी लेखराज सिंह, आनंद सिंह बिष्ट, अवतार सिंह, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी, अध्यक्ष देशबंधु , कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सैनी, वीरांगना प्रेमवती, अवधेश पंत, कमलेश पांडेय, श्रीमती दीपादास, सुरेन्द्र बुटोला, एम फारूखी, द्विजेंद्र मोहन शर्मा, रमेश कुमार मिश्रा, अनिल सिंह, कपूर सिंह दलाल, अशोक कुमार रायचा, दिवाकान्त झा सुरेश चंद्र बबेले राकेश चौरसिया गोपाल नारसन, मुरली मनोहर आदि ने विचार प्रकट किए।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की व्यवस्था में मुरली मनोहर, सतपाल ब्रह्मचारी, अमन गर्ग, महन्त अनिल गिरी, शिवेन्द्र गहलोत, अनिल कुमार, रमेश कुमार, अर्जुन सिंह राणा, नरेन्द्र कुमार वर्मा, वरुण वालियान, अंकित चौहान, इशरार अहमद, संदीख गाड़ा, सहाबुद्दीन अंसारी तथा नईम अंसारी का सराहनीय योगदान रहा।

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