संयुक्त नागरिक संगठन ने मिलावटखोरों के विरुद्ध व्यापक जांच अभियान चलाने की मांग की

देहरादून। खाने पीने के पदार्थों में विषाक्त पदार्थ के जिम्मेदार मिलावटखोरों के विरुद्ध संयुक्त नागरिक संगठन ने स्वास्थ्य मंत्री तथा स्वास्थ्य सचिव से व्यापक जांच अभियान चलाने की मांग की है।
विषाक्त कुट्टू का आटा खाने से फूड पॉइजनिंग जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु भेजे गए पत्र में माँग की गई है की इस घटना में थोक विक्रेताओ के खिलाफ जांच में पाए गए विषाक्त नमूनों को साक्ष्यों के रूप में सलग्न कर न्यायालयों में खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के प्रावधानों के अंतर्गत कठोर दंड दिलाने हेतु सशक्त पैरवी सुनिश्चित करने के निर्देश अधीनस्थों को जारी किए जाएं। संगठन सचिव सुशील त्यागी ने लिखा है की राज्य में ‘फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स ‘योजना में केवल 3 मोबाइल खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाएं हैं जो राज्य के विशाल भूभाग हेतु नाकाफी हैं। मिलावटखोरों में कानूनी प्रावधानों का खौफ पैदा करने के लिए केंद्र सरकार से 10 अतिरिक्त सचल जांच प्रयोगशाला वाहन राज्य को उपलब्ध कराने हेतु प्रयास किए जाएं। इनका सुझाव है की खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 जिसमें दोषियों को आजीवन कारावास तथा 10 लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है,को जन जन तक प्रसारित करने हेतु व्यापक पैमाने पर जागरूकताअभियान जन सहयोग से सफल बनाने के लिए निर्देश जारी किए जाएं। पत्र के आखिर में राज्य में फिलहाल कार्यरत “ऑन स्पॉट सैंपल टेस्टिंग टीमों” द्वारा दूध, पनीर,मावा,मिठाई,मैदा,आटा, शीतलपेय,पैक्ड फूड,फलों,सब्जियों मसाले,देसी घी आदि की जांचो में पाए गए मिलावटी नमूनों की सर्विलांस के जरिए मॉनिटरिंग व्यवस्थाओं को अधिक प्रभावशाली बनाया की भी मांग की गई है।। प्रेषक सुशील त्यागी सचिव संयुकत नागरिक संगठन ।