आखिर कब तक अपमान सहेंगे स्वतंत्रता सेनानी परिवार – जितेन्द्र रघुवंशी
वक्ता ने कहा यदि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अपना सर्वस्व न्योछावर करके देश को आजाद नहीं कराते तो यह लोकतंत्र सेनानी कहां से आते?
हरिद्वार- स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक संगठन के कैंप कार्यालय प्रज्ञाकुंज जगजीतपुर के योग भवन में वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी धर्मवीर धींगरा जी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें संगठन के महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने अमर शहीद कुशल कोंवर के बलिदान दिवस पर 15 जून को गुवाहाटी में संपन्न हुए स्वतंत्रता सेनानी परिवार राष्ट्रीय सम्मेलन की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि असम सरकार स्वतंत्रता सेनानियों तथा उनके परिवारों का बहुत सम्मान करती है तथा उनकी हर आवश्यकता की पूर्ति वहां के असम स्टेट फ्रीडम फाइटर्स एसोसिएशन के माध्यम से करती है। जितेन्द्र रघुवंशी ने गत दिनों उत्तराखंड सरकार द्वारा लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन में वृद्धि किए जाने तथा स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की आवाज न सुनने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को यह सोचना चाहिए कि यदि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अपना सर्वस्व न्योछावर करके देश को आजाद नहीं कराते तो यह लोकतंत्र सेनानी कहां से आते? उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तुलना राजनीतिक सत्ता के लिए संघर्ष करने वालों से करने पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान बतलाया और कहा कि आखिर कब तक अपमान सहेंगे स्वतंत्रता सेनानी परिवार? उन्होंने नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती द्वारा सेनानी परिवारों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि जब से दयानंद सरस्वती ने नगर आयुक्त का कार्यभार संभाला है, सेनानी परिवारों का कोई भी कार्य नहीं हो पाया है। डॉ ललित नारायण मिश्रा द्वारा टाउन हॉल में सुसज्जित किए गए 95 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के चित्र कहीं स्टोर में अपमानित हो रहे हैं। जिन 16 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम से सम्पर्क मार्गों का नामकरण हुआ है, उनमें से 8 स्वतंत्रता सेनानियों के सामान्य बोर्ड लगाने की औपचारिकता ही पूरी की गई है, जो तीन महीने में ही क्षत-विक्षत होने लगे हैं, इनका अभी तक गूगल में रजिस्ट्रेशन तक नहीं कराया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अमर शहीद जगदीश वत्स स्वतंत्रता सेनानी सेवा सदन बनाने की 9 अगस्त 2021की घोषणा को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क जटवाड़ा पुल ज्वालापुर के सौन्दर्यीकरण का जिलाधिकारी का आदेश नगर निगम कार्यालय में धूल फांक रहा है।संगठन के प्रवक्ता अमर शहीद जगदीश वत्स के भांजे गोपाल नारसन ने नगर निगम द्वारा सेनानी परिवारों के कार्यों की उपेक्षा करने पर रोष व्यक्त करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में धरना प्रदर्शन करने के लिए कहा, जिसका अनुमोदन उपाध्यक्ष मुरली मनोहर ने करते हुए कहा कि इसमें जिले के सभी सेनानी परिवारों की सहभागिता रहेगी। इसके पूर्व नगर आयुक्त के खिलाफ जिलाधिकारी तथा मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन को आक्रोश पत्र देने का भी निश्चय किया गया।कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सैनी ने हर महीने *प्रथम रविवार 10 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम* अभियान द्वारा पूरे देश में सेनानी परिवारों के संगठित होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार 2 जुलाई 2023 को हरिद्वार के कुंजा बहादुरपुर, भगवानपुर, डाडा जलालपुर, वटवृक्ष सुनहरा रुड़की, ब्लॉक ऑफिस रुड़की, ब्लॉक ऑफिस लक्सर, ब्लॉक ऑफिस बहादराबाद, अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क जटवाड़ा पुल ज्वालापुर तथा स्वतंत्रता सेनानी स्तंभ हरिद्वार में पुष्पांजलि तथा राष्ट्रगान का आयोजन किया जाएगा।15 अगस्त के बाद हरिद्वार में स्वतंत्रता सेनानी परिवार राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने पर भी विचार विमर्श किया गया, जिसमें संगठन के अध्यक्ष देशबन्धु ने विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्षस्थ सेनानी परिवारों तथा सरकार के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करने के लिए कहा। स्थान का चयन तथा अतिथियों की सहमति के बाद तिथियों की घोषणा करने का निश्चय किया गया।
इस बैठक में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के संगठन सचिव राजकुमार अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य जय प्रकाश आर्य, शिवकुमार, यशपाल सिंह, संजीव कुमार, नवीन शरण निश्चल, नरेंद्र कुमार वर्मा, राजन कौशिक तथा रमेश कुमार भी उपस्थित रहे।