भगवान श्री विष्णु को समर्पित बधाणीताल झील में रंग-बिरंगी मछलियों को माना जाता है दैवीय प्रतिरूप

रुद्रप्रयाग। जिले में सात हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित बधाणीताल झील है, जिसकी दूरी रुद्रप्रयाग से लगभग 60 से 62 किलोमीटर की दूर तो वहीं सड़क मार्ग से 200 मीटर पैदल मार्ग गांव के बीचों बीच से गुजरता हुआ झील तक पहुंचता है। यह झील भगवान विष्णु को समर्पित है। मान्यता है कि इस झील में पंचमी, मकर संक्रान्ति, पूर्णिमा, अमावस्या सहित विशेष पर्वों में स्नान से पुण्य मिलता है। यही कारण है कि विशेष पर्वों पर यहां दूर-दूर से श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं तथा इसके किनारे प्रतिवर्ष मेले का आयोजन भी किया जाता है। बैसाखी के दिन लगने वाले इस मेले में इस क्षेत्र के बधाणी, खलियाण, मुनियाघर, जखोली, कपणियां, जखवाड़ी कोर्ट समेत कई गांवों के लोग सम्मिलित होते हैं। बधाणी ताल झील के शीतल जल में विभिन्न सुंदर और रंग बिरंगी मछलियां विद्यमान हैं। इन मछलियों को दैवीय प्रतिरूप माना जाता है। इसीलिए इन्हें मारना या हानि पहुंचाना अपराध माना जाता है। प्रकृति के बीचों-बीच स्थित बधाणी ताल को गुजरने वाला रास्ता बहुत ही मनमोहक लगता है। वहीं सर्दियों के मौसम में चारों तरफ बर्फ के कारण इस झील की शोभा और भी सुंदर हो जाती है।