एडवोकेट अरविंद का नोटिस बनाम अरविन्द केजरीवाल मुख्यमन्त्री दिल्ली सरकार

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हरिद्वार/ अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव ने एक नोटिस के माध्यम से अरविन्द केजरीवाल मुख्यमन्त्री दिल्ली सरकार से कुछ जवाब मांगे हैं/

नोटिस बनाम अरविन्द केजरीवाल मुख्यमन्त्री दिल्ली सरकार एवं संयोजक आम आदमी पार्टी मुख्यमन्त्री भवन दिल्ली। महोदय,

आपको निम्नलिखित नोटिस प्रेषित किया जा रहा है-

1. यह कि आपने कुछ सामाजिक पत्रकारों, कवियों, समाज सेवियों, पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों को साथ लेकर वर्ष 2014 में आम आदमी पार्टी का गठन ये दावा करते हुए किया कि ये भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्य करेगी। लेकिन आपकी पार्टी गठन के बाद से ही आपकी गलत व जनविरोधी नितियों के चलते पार्टी में जुड़े सामाजिक पत्रकार व पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आपकी पार्टी को एक एक कर छोड़ते गये। वहीं आपके साथ कुछ चापलूस लोग ही जुड़े रह गये। जिनको आपने बिना किसी योग्यता के ही पद पर आसीन कर दिया।

2. यह कि आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद से लगातार विधायक, मन्त्री जेल जा रहे हैं, चाहे वह राशनकार्ड का मामला हो, फर्जी डिग्री का मामला हो या शराब की दलाली का मामला हो।

3. यह कि फरवरी 2023 में दिल्ली में हुए लगभग 100 करोड के शराब घोटाले के सम्बन्ध में दिल्ली के उपमुख्यमन्त्री व शिक्षा मन्त्री श्री मनीष शिशौदिया को ई०डी० व आई०टी० द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया तथा उन्हें अभी तक भी न्यायालय से जमानत प्राप्त नहीं हो पायी है। मीडिया / समाचार चैनलों की रिपोर्टिंग के आधार पर घोटाले का उन पर यह आरोप है कि दिल्ली में नई शराब नीति बनाकर शराब व्यापारियों का कमिशन 2 प्रतिशत से बढाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया तथा शराब व्यापारियों को अनावश्यक लाभ पहुँचाने के बदले उनसे अवैध लाभ प्राप्त किया है।

4. यह कि इसी घोटाले में राज्य सभा सांसद संजय सिंह को दिनांक 04.10.2023 में ई०डी० ने पूछताछ के लिये बुलाया तथा उनके द्वारा सवालों के सही उत्तर ना देने के बाद उन्हें ई०डी० द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।

5. यह कि राज्य सभा सांसद संजय सिंह की दिनांक 04.10.2023 को शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद आप दिनांक 04.10.2023 को सायं लगभग 7 बजे राज्य सभा सांसद संजय सिंह के घर पहुँचे। उसके बाद आपने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि संजय सिंह नरेन्द्र मोदी के
भ्रष्टाचार के विरूद्ध बोलते थे लेकिन गरेन्द्र मोदी स्वयं आजादी के बाद से आज तक के सबसे भ्रष्ट प्रधानमन्त्री है।

6- यह कि आपने साशय जनता में माननीय प्रधानमन्त्री की छवि धूमिल करने व अपमान कारित करने के उद्देश्य से भारत के प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी पर बिना किसी साक्ष्य व तथ्य के भ्रष्टाचार का गम्भीर आरोप लगाया है। जैसा की आपकी आदत में शुमार है। सत्ता में आने से पूर्व आप स्व० शीला दीक्षित, सोनिया गाँधी, अनिल अम्बानी, मुकेश अम्बानी, स्व० अनिल जेटली आदि पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे जिनमें से आप कोई भी आरोप साबित नहीं कर पाये तथा कई में आप माफी भी मांग चुके हैं।

7. यह कि आपके द्वारा किया गया यह कृत्य बहुत ही निन्दनीय है। भारत के यशस्वी प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जिन्होंने विश्व भर में भारत की ख्याति बढाई है। उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। जिससे भारत का नागरिक एवं एक सामाजिक व्यक्ति व मतदाता होने के नाते मेरी व्यक्तिगत भावनाओं को काफी ठेस पहुंची है।

8. यह कि आप या तो भारत के माननीय प्रधानमन्त्री पर लगाये भ्रष्टाचार के आरोपों को सिद्ध करें या सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।

अतः आपको इस नोटिस के माध्यम से हिदायत दी जाती है कि आप मिलने नोटिस 15 दिन के भीतर माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी पर लगाये गम्भीर भ्रष्टाचार के आरोप को सिद्ध करें या सार्वजनिक प्रैस नोट जारी कर समस्त जनता से क्षमा याचना कर प्रैस नोट की एक प्रति मुझे भेजना सुनिश्चित करें। अन्यथा वाद गुजरने मियाद आपके विरूद्ध सक्षम न्यायालय कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। जिसमें होने वाले समस्त हर्जे व खर्चे की जिम्मेदारी आप पर आयद होगी। नकल नोटिस मेरे कार्यालय में सुरक्षित है असल को आप भी सम्माल कर रखें।

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