हरिद्वार में बनेगा विश्व का पहला 51 शक्तिपीठ मंदिर

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(एस एन श्याम/अनमोल कुमार )

हरिद्वार। विश्व का पहला एवं भारत में अद्वितीय 51 शक्तिपीठ तथा द्वादश ज्योतिर्लिंग का एक ही स्थान पर दर्शन पूजन का लाभ श्रद्धालुओं को मिलेगा ।यह मंदिर हरिद्वार में बनेगा। इस मंदिर के भूमि पूजन का काम हरिद्वार के श्यामपुर और कांगड़ी में शक्त अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रख्यात संत आचार्य ललितानंद जी महाराज तथा समाजसेवी और देवराज पवार के हाथों संपन्न हुआ ।भूमि पूजन के बाद इस मंदिर के आधारशिला रखी गई।
शक्त अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पीठाधीश्वर श्यामा नंद जी महाराज ने यह जानकारी दी। स्वामी श्यामाहरिद्वार में बनेगा विश्व का पहला 51 शक्तिपीठ मंदिर।
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(एस एन श्याम/अनमोल कुमार )

हरिद्वार। विश्व का पहला एवं भारत में अद्वितीय 51 शक्तिपीठ तथा द्वादश ज्योतिर्लिंग का एक ही स्थान पर दर्शन पूजन का लाभ श्रद्धालुओं को मिलेगा ।यह मंदिर हरिद्वार में बनेगा। इस मंदिर के भूमि पूजन का काम हरिद्वार के श्यामपुर और कांगड़ी में शक्त अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रख्यात संत आचार्य ललितानंद जी महाराज तथा समाजसेवी और देवराज पवार के हाथों संपन्न हुआ ।भूमि पूजन के बाद इस मंदिर के आधारशिला रखी गई।
शक्त अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पीठाधीश्वर श्यामा नंद जी महाराज ने यह जानकारी दी। स्वामी श्यामा नंद ने आचार्य ललितानंद के हवाले से बताया कि इस 51 शक्तिपीठ एवं द्वादश ज्योतिर्लिंग का प्रोजेक्ट 35 करोड रुपए का है। भगवती के 51 अंगों का देश के अलग-अलग राज्यों में मंदिर है जिन्हें शक्तिपीठ कहा जाता है। आचार्य ने बताया कि देवी के 51 अंगों का एक ही जगह पर 51 शक्ति पीठ संपूर्ण विश्व में कहीं नहीं है। इस प्रकार जिस ज्योतिर्लिंग की स्थापना संभावित है उसमें 12 ज्योतिर्लिंग का दर्शन एक साथ होगा।
आचार्य ललिता ने बताया कि मंदिर का निर्माण पूरी तरह जन सहयोग एवं शक्त भक्तों के दान दक्षिणा से होना है। उन्होंने देशवासियों एवं शक्त भक्तों से अपील किया किया कि वे इस मंदिर के निर्माण में खुलकर सहयोग करें । नंद ने आचार्य ललितानंद के हवाले से बताया कि इस 51 शक्तिपीठ एवं द्वादश ज्योतिर्लिंग का प्रोजेक्ट 35 करोड रुपए का है। भगवती के 51 अंगों का देश के अलग-अलग राज्यों में मंदिर है जिन्हें शक्तिपीठ कहा जाता है। आचार्य ने बताया कि देवी के 51 अंगों का एक ही जगह पर 51 शक्ति पीठ संपूर्ण विश्व में कहीं नहीं है। इस प्रकार जिस ज्योतिर्लिंग की स्थापना संभावित है उसमें 12 ज्योतिर्लिंग का दर्शन एक साथ होगा।
आचार्य ललिता ने बताया कि मंदिर का निर्माण पूरी तरह जन सहयोग एवं शक्त भक्तों के दान दक्षिणा से होना है। उन्होंने देशवासियों एवं शक्त भक्तों से अपील किया किया कि वे इस मंदिर के निर्माण में खुलकर सहयोग करें ।

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