राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर कार्यशाला का आयोजन: समाचार लेखन वास्तव में एक ‘आर्ट’ है-प्रो.तलवाड़
देहरादून। श्री गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय चकराता में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर करिअर काउंसिलिंग प्रकोष्ठ द्वारा ‘पत्रकारिता का महत्व’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता प्राचार्य प्रो.के.एल.तलवाड़ ने कहा कि विद्यार्थी जीवन से ही भविष्य का लक्ष्य निर्धारण कर लिया जाना चाहिए। पत्रकारिता के क्षेत्र में करिअर बनाने वाले विद्यार्थियों के लिए यह कार्यशाला अत्यंत उपयोगी रहेगी।कार्यशाला में स्नातक प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों को पत्रकारिता का महत्व बताते हुए समाचार लेखन कला की जानकारी दी गई। प्राचार्य ने कहा कि समाचार लेखन वास्तव में एक ‘आर्ट’ है। इसमें प्रवीणता प्राप्त करने के लिए चार ‘सकारों’ सत्यता,स्पष्टता,सुरुचि और समग्रता का सदैव ध्यान रखना चाहिए।
एक सच्चा पत्रकार समाज का सजग प्रहरी होता है।भारतवर्ष में महर्षि नारद को पत्रकारों के पूर्वज के रूप में माना जा सकता है,जो लोक कल्याण की भावना से खबरें देवी-देवताओं तक पहुंचाते थे।समाचार सदैव सत्य हो और तथ्यों पर आधारित हो। पूर्वाग्रह या पक्षपात से लिखा गया समाचार सच्ची पत्रकारिता की श्रेणी में नहीं आता है। अनुभवी और सिद्धहस्त पत्रकार वही है जिसकी लेखनी में एक भी शब्द निरर्थक नहीं होता है। एक आदर्श समाचार में पांच ‘डब्ल्यू’ और एक ‘एच’ को सम्मिलित किया जाना चाहिए। क्या, कहां,कब,किसने,क्यों और कैसे की जानकारी समाचार में मिल जानी चाहिए। प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों को पत्रिका और समाचार पत्र का अंतर्गत बताते हुए विभिन्न आकार, समयावधि और पृष्ठों के समाचार पत्र भी दिखाये गये। कार्यशाला में संयोजिका डा.जयश्री थपलियाल, सदस्य डा.श्याम कुमार, डा.पूजा रावत व डा.स्वाति शर्मा सहित तमाम विद्यार्थी मौजूद रहे।