जाे मजा स्टूडेंट लाइफ में था वह अब नहीं है…
रुडकी/ पढ़कर लिखकर काफी नाम कमा लिया, लेकिन जाे मजा स्टूडेंट लाइफ में था वह अब नहीं है…बरसों बाद यहां आकर दिल फिर से बच्चा बनने को तैयार है। कुछ इसी तरह के जज्बात शब्दों में पिराेकर आज सेंट जोसेफ जूनियर हाई स्कूल रुड़की में 1989-90 के कक्षा 8 पास करने वाले स्टूडेंट्स की एक्स स्टूडेंट मीट कार्यक्रम में प्रस्तुत किये!
विदित हो कि स्कूल के समय की दोस्ती सबसे खास होती है क्योंकि यह वह समय होता है जब आप बिना स्वार्थ के एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं।
साथ मिलकर कभी-कभी ऐसी शरारत कर जाते हैं जो जीवनभर याद रहती हैं। आपस में गप्पे मारना। टिफिन शेयर करना, खेलना। आंखों ही आंखों से कई बातें कह डालना। ऐसी तमाम यादों से भरा होता है स्कूली जीवन जो स्कूल की पढ़ाई पूरी कर निकलने के बाद भी जीवन भर याद रहता है। जब कभी स्कूली जीवन की याद आती है तो चेहरे पर बरबस मुस्कान आ जाती है। मन यही कहता है- वे भी क्या दिन थे।
वैसे तो आमतौर पर सभी के स्कूली जीवन की यादें कुछ इसी तरह की होती हैं। कभी न भूलनेवाली। इन यादों को सहेजने की कोशिश की सेंट जोसेफ जूनियर हाई स्कूल रूडकी के 33 बरस पुराने पूर्व छात्रो नें! कार्यक्रम कार्यक्रम में गॉडविन जॉन,विलयम,
अनमोल, रविंदर सुमित, अरुणा ,दीपक, मुकुल ,बबिता आदि ने प्रतिभाग किया।