कुछ फरारी काटने वाले भी संत बने हैं, जांच परख कर ही पद दें अखाड़ें-स्वामी प्रबोधानंद गिरी
सीट से किसी संत को प्रत्याशी बनाए, स्वामी चिन्मयनंद की बात फिजूल— बाबा बलरामदास हठयोगी
हरिद्वार। एक प्रमुख नामी संत पर हरिद्वार में फरारी काटने का आरोप लगाते हुए हिन्दू रक्षा सेना के प्रमुख महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहा कि अखाड़ों को जांच परख कर ही किसी संत को पद देना चाहिए। सबकी जाँच होनी चाहिए, जहाँ वे रह रहे हैं और पूर्व में जहाँ से वह आए हैं,
हरिद्वार प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज ने कहा कि एक प्रमुख अखाड़े केे आचार्य महामंडलेश्वर पर जिस प्रकार के आरोप लग रहे हैं उससे संत समाज के प्रति लोगों में खराब धारणा बन रही है। उन्होंने कहा कि जिस संत पर आरोप लग रहे हैं। उनके संत के चोले पर और भी रंग लग रहे हैं, अगर वे सही हैं तो उन्हें सामने आकर आरोपों का खंडन करना चाहिए और अपना पक्ष रखना चाहिए। जिससे वास्तविकता सामने आ सके। उन्होंने कहा कि अखाड़ों को संतों का सत्यापन करना चाहिए। प्रशासन को भी इस संबंध में कदम उठाने चाहिए। बाबा बलराम दास हठयोगी ने उत्तराखंड में यूसीसी लागू करने के लिए विधानसभा में बिल लाए जाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को साधुवाद दिया। उन्होंने हरिद्वार लोकसभा सीट से किसी संत को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग भी की।