*मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक सम्पन्न*

0

हरिद्वार, 28 नवंबर 2024।  विकास भवन सभागार में देर सायं मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे की अध्यक्षता में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गहन समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

बैठक में प्रमुख बिन्दु स्वच्छता एवं पोषण दिवस के सुदृढ़ीकरण पर जोर देते हुए  मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिए कि ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) को और प्रभावी बनाने के लिए सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों एवं स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों का अभिमुखीकरण किया जाए। इसके तहत प्रत्येक सुपरवाइजर को एक सुदृढ़ विजिट प्लान तैयार करने की भी हिदायत दी गई ताकि सेवाओं का सही संचालन सुनिश्चित हो सके।
उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान और प्रबंधन बैठक में निर्देशित किया गया कि वीएचएसएनडी के दौरान उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान कर, उनका उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए। यह कदम मातृ मृत्यु दर को कम करने और जनपद में सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया।
सेवाओं की सुचारू उपलब्धता और जागरूकता
सीडीओ महोदया ने यह भी निर्देश दिए कि ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस के दौरान सभी आवश्यक सेवाओं को समय पर उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही, अधिक से अधिक लोगों को इन सेवाओं के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया गया। इसके लिए स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों और मीडिया का सहयोग लेने की बात कही गई ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी व्यापक स्तर पर पहुंचाई जा सके।
सहयोगी संस्थाओं की भूमिका
पिरामल फाउंडेशन, प्रोजेक्ट मानसी और रजत शहरी ग्रामोत्थान संस्थान के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया कि वे स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर कार्य करें। इन संस्थाओं से कहा गया कि वे अपने सहयोगात्मक प्रयासों की रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में नियमित रूप से प्रस्तुत करें।
प्रथम पंक्ति कार्यकर्ताओं की क्षमता वृद्धि
मुख्य विकास अधिकारी ने जोर देकर कहा कि आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित प्रथम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता वृद्धि के लिए नियमित प्रशिक्षण और बैठकें आयोजित की जाएं। इससे वे स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम व्यक्ति तक बेहतर तरीके से पहुंचा सकें और जनपद में स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
निष्कर्ष
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंण्डे ने कहा कि इन प्रयासों से जनपद हरिद्वार में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर ऊंचा उठेगा और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार होगा। सभी अधिकारियों और संस्थानों को इस दिशा में ठोस प्रयास करने का आह्वान किया गया।
बैठक में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कोमल, पिरामल फाउंडेशन, प्रोजेक्ट मानसी और रजत शहरी ग्रामोत्थान संस्थान के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share