पौधों का संरक्षण नवजात पुत्र पुत्री के पालन-पोषण के समान है

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देहरादून/
पौधों का संरक्षण नवजात पुत्र पुत्री के पालन-पोषण के समान है इसमे मातृत्व की अनुभूति लिए महिलाओं की जिम्मेदारी अधिक महत्वपूर्ण है।
ये विचार धाद द्वारा हरेला में 500 पौधों को वृक्ष बनाने के अभियान के अंतर्गत दून के जनकपुरी मे पर्यावरणप्रेमी महिलाओ ने व्यक्त किये।यहां पर आंवला,नीम,कचनार,अमरुद, गुलमोहर के पौधों का रोपण किया गया।इनके वृक्ष बनने तक संरक्षण की जिम्मेदारी स्थानीय महिलाओं ने ली,जिनमे डॉक्टर सुधा गुप्ता,अंजु अग्रवाल,आशा डोभाल,कार्तिक गोयल,पल्लवी शर्मा,पूनम सिंह,किरन चौधरी,सुनीता सिंह,विनीता कोठियाल,स्नेहा सिंह,बिन्दु गोयल,पूजा अग्रवाल,कृष्णा सिंह,सुनिधि अग्रवाल सहित स्थानीय महिलाऐ शामिल थी।इस अवसर पर धाद के तन्मय ममगाई,हिमांशु,वीरेंद्र खंडूरी, विकास मित्तल, साकेत रावत, गणेश उनियाल,आदि थे। संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी तथा चौधरी ओमवीर सिंह तथा शान्ती प्रसाद डोभाल ने भी वृक्षारोपण मे भाग लेकर दून को कंक्रीटीकरण की जगह हरा-भरा बनाने का संकल्प व्यक्त करते हुए सहभागिता को अभिव्यक्त किया। प्रेषक सुशील त्यागी सचिव संयुक्तनागरिकसंगठन ।

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