*16 जुलाई को वृक्ष दिवस पर देशभर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम से किया जाएगा वृक्षारोपण – जितेन्द्र रघुवंशी
हरिद्वार. स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति की ओर हर महीने प्रथम रविवार 10 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम* अभियान के अंतर्गत आज अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क जटवाड़ा पुल ज्वालापुर में स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों के उत्तराधिकारियों तथा शहर के कुछ गणमान्य लोगों ने उपस्थित होकर शहीद जगदीश वत्स की मूर्ति पर माल्यार्पण किया तथा अपने सभी स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।इस अवसर पर संगठन के महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने अपने संदेश में कहा कि प्रत्येक स्वतंत्रता सेनानी/ शहीद परिवार को अपने पूर्वज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी/ शहीद तथा अपनी मां के नाम से कर्क संक्रांति 16 जुलाई को पौधा रोपित करके पोषित करने का संकल्प लेना चाहिए, क्योंकि जिस तरह से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, गगनचुंबी इमारतें खड़ी की जा रही हैं, विकास के नाम पर अंधाधुंध वृक्षों की कटाई हो रही है, उसे देखते हुए अगले दिनों वायु मंडल में प्राणवायु आक्सीजन की मात्रा कम होती जा रही है। आक्सीजन के स्रोत वृक्ष हैं, यदि हमने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो आश्चर्य नहीं होगा कि आने वाले समय में हमें स्कूल जाने वाले बच्चों को टिफिन, पानी की बोतल के साथ आक्सीजन का सिलेंडर भी पीठ में लादकर स्कूल भेजने पर विवश होना पड़ सकता है। रघुवंशी ने 16 जुलाई को अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क जटवाड़ा पुल में ही हरिद्वार के सेनानी परिवारों द्वारा अपने पूर्वजों के नाम से वृक्षारोपण करने की घोषणा की।
इस क्रम में प्रत्येक माह की तरह देशभर में स्वतंत्रता सेनानी स्मारकों/ शहीद स्थलों पर स्वतंत्रता सेनानी/शहीद परिवारों द्वारा 10 बजे ध्वजारोहण के साथ राष्ट्रगान किया गया, अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क जटवाड़ा पुल ज्वालापुर के कार्यक्रम में डॉ. वेदप्रकाश आर्य, कैलाश वैष्णव, अर्जुन सिंह राणा, सुरेश चंद्र सुयाल , जगदीश लाल पाहवा, शिवेन्द्र सिंह गहलौत, आदित्य प्रकाश उपाध्याय, कुशल उपाध्याय, मंजूलता भारती, अशोक दिवाकर, डॉ विनोद आर्य, गौरव कुमार सहित स्थानीय गणमान्य नागरिकों की सराहनीय उपस्थिति रही।
ब्लॉक रुड़की स्थित स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ पर सुरेन्द्र कुमार सैनी, ब्लॉक भगवानपुर स्थित स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ पर नवीन शरण निश्चल, ब्लाक आफिस लक्सर में यशपाल सिंह तथा बहादराबाद में अशोक कुमार चौहान के नेतृत्व में स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों तथा शहर के गणमान्य लोगों ने उपस्थित होकर पुष्पांजलियां अर्पित कीं तथा उनके बलिदानों को याद किया। सुनहरा वटवृक्ष पर स्थित शहीद स्तंभ पर आज प्रातः 10:00 बजे संस्था के अध्यक्ष श्री देशबंधु जी के नेतृत्व में कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ की गई। उसके बाद उपस्थित सभी लोगों ने शहीदों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर रुड़की के महान शिक्षाविद एवं वरिष्ठ साहित्यकार तथा पूर्व प्रधानाचार्य श्री सुबोध पुंडीर सरित जी ने वट वृक्ष पर अपनी एक रचना “यह वट वृक्ष तो जिंदा समाधि है आजादी के परवानों ” की सुना कर सबको भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर श्रीमती राजकुमारी सैनी ने भी एक देशभक्तिपूर्ण गीत सुनाया। वरिष्ठ साहित्यकार, पत्रकार एवं जनपद हरिद्वार के एकमात्र शहीद स्वर्गीय श्री जगदीश वत्स के भांजे डॉ. श्री गोपाल नारसन ने स्वतंत्रता संग्राम का संक्षिप्त परिचय देते हुए बताया कि किस तरह से स्वतंत्रता आंदोलन में सन् 1921 में महात्मा गांधी जी का प्रादुर्भाव हुआ तथा उन्होंने बदली हुई परिस्थितियों में किस प्रकार से पूरे देश को स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़कर उसमें जन सामान्य की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए इतने बड़े ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ एक अहिंसात्मक आंदोलन चलाने की रूपरेखा तैयार की और अंततः सफलता प्राप्त की। इस अवसर पर संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सैनी , सुशील शर्मा, संजय चौबे आदि ने भी अपने विचार प्रकट किए।