अभिनेता हेमत पांडे फिल्म ‘हरिद्वार’ की शूटिंग करने पहुंचे हरिद्वार, कहा अब उत्तराखण्ड में शूटिंग की अपार संभावनाएं
अखबार की खबर कभी मॉं की कसम के बराबर होती थी: पाण्डे
सोल ऑफ इंडिया हरिद्वार, सूर्यकांत बेलवाल
टीवी और फिल्म अभिनेता बनने से पूर्व पत्रकार के रूप में भी कार्य करने वाले हास्य अभिनेता हेमंत पाण्डेय ने पुराने दौर को याद करते हुए कहा कि उस समय अखबार में कभी खबर को मां की कसम की बराबर समझा जाता था। यह कहा जाता था कि या तो मां की कसम खा या अखबार में छपा दिखा। आज यह बात नहीं है। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी से प्रकाशित होने वाले उत्तर उजाला समाचार-पत्र में उन्होंने अपने कुमाऊं निवास से पत्रकार के रूप में कार्य किया है। श्री पांडे जी ने बताया वह चुनाव में दिग्गजों को पछाड़ते हुए इस बार CINTA सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन के सीनियर जनरल सेक्रेटरी चुने गए हैं, इसे लेकर उनके भीतर एक नया उत्साह है/
यहां प्रेस क्लब हरिद्वार में सदस्यों एवं पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिने अभिनेता व फिल्म विकास बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष हेमंत पाण्डे ने कहा कि वे हरिद्वार में ‘हरिद्वार’ फीचर फिल्म की शूटिंग के लिए आएं हैं जो लगभग अभी 28-29 दिन और चलेगी। फिल्म के कथानक के विषय में उन्होंने बताया कि वह एक हरकी पैड़ी ब्रहमकुण्ड के पंडित का अभिनय कर रहे हैं और यह गंगा के पानी से सिक्के निकालने वाले बच्चे की जीवनचर्या पर आधारित है। फिल्म में हरिद्वार के लगभग सभी धार्मिक स्थानों मंदिरों को दिखाया गया है, उनका महत्व समझाया गया है।
इससे पूर्व उन्होंने प्रेस क्लब की साज सज्जा की प्रशंशा करते हुए इसे देश के बेहतरीन प्रेस क्लब की संज्ञा दी वहां यहां के भाई बंधुत्व की हृदय से सराहना की।
वहीं उन्होंने खाद्य पदार्थों पर मिलावट को लेकर गहरी चिंता जाहिर करते हुए खाद्य विभाग व सरकार से अपील की कि जनता को इंजेक्शन लगे पदार्थों को खाने से बचाने के लिए तीन नए कानूनों की तर्ज पर खाद्य पदार्थों की सुरक्षा को लेकर भी एक कानून लाया। फल सब्जियों को इंजेक्शन लगाकर तैयार किया जा रहा है जो जानलेवा हमारी पीढ़ी को इससे बचाया जाना चाहिए।
श्री पाण्डे ने कहा कि आज से 10 दस साल पहले लोग पिथौरागढ़ को नहीं जानते थे उन्हें बस इतना पता था कि यह नैनीताल के पास है, पर आज ऐसा नहीं है प्रदेश सरकार के प्रयास से आज पूरे उत्तराखण्ड फिल्मों के शूटिंग हो रही है, पूरे प्रदेश हर जिले को लोग जान रहे हैं वहां घूमने जा रहे हैं। ओटीटी प्लेटफार्म, स्मार्ट फोन से फिल्म थियेटरों पर पड़ते दुष्प्रभाव के विषय में उन्होंने कहा कि इस बदलते दौर में ओटीटी प्लेटफार्म ने अपनी जगह बनायी है, परंतु आज भी ऐसे लोग हैं जो थियेटर में पहला दिन पहला शो देखने के लिए 5000 रूपये खर्च कर देते हैं। परंतु दूसरी ओर वह आदमी भी है जो पूरे महिने ही 5000 रू. बमुश्किल कमाता होगा, उसकी मजबूरी है इंटरनेट पर फिल्म आदि देखना। आज इंटरनेट पर सबकुछ उपलब्ध है, पूरी दुनिया की जानकारी मौजूद है, अच्छा बुरा सब उपलब्ध है, हमें यह सोचना है कि हमें क्या देखना व सुनना है।
उन्होंने कहा कि उनकी एक अन्य फिल्म वेलकम 3 भी आने वाली है और कई फिल्म कतार में हैं। इस अवसर पर श्री पाण्डेय के साथ फिल्म के प्रोडयूसर जतिन पांडे व फिल्म के कलाकार विजेंद्र काला भी मौजूद रहे।