*अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शब्दवीणा द्वारा आयोजित हुआ राष्ट्रीय कवि सम्मेलन*

0

*-देश के विभिन्न प्रदेशों के रचनाकारों ने “शक्ति का नाम ही नारी है” विषय पर पढ़ीं शानदार रचनाएँ*

गया। राष्ट्रीय साहित्यिक-सह-सांस्कृतिक संस्था शब्दवीणा द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर “शक्ति का नाम ही नारी है” विषय पर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें देश के बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान प्रदेश समितियों से ही नहीं, अपितु काठमांडू, नेपाल से भी शब्दवीणा पदाधिकारी जुड़े और मातृशक्ति को समर्पित अपनी रचनाएँ पढ़ीं। कवि सम्मेलन का शुभारंभ कार्यक्रम की संचालिका डॉ विभा जोशी द्वारा प्रस्तुत स्वरचित सरस्वती वंदना से हुआ। तत्पश्चात शब्दवीणा की संस्थापक-सह-राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने शब्दवीणा गीत प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता शब्दवीणा के राष्ट्रीय सचिव महावीर सिंह वीर ने की। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ संतोष संप्रीति एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में वंदना चौधरी एवं काठमांडू नेपाल से जुड़े शब्दवीणा के राष्ट्रीय उप साहित्य मंत्री डॉ आनंद कुमार त्रिपाठी की उपस्थिति रही। कवि सम्मेलन में महावीर सिंह वीर, डॉ संतोष संप्रीति, वंदना चौधरी, डॉ. आनंद कुमार त्रिपाठी, डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, डॉ विभा जोशी, सुनीता सैनी गुड्डी, विजयेन्द्र सैनी, निगम राज, ब्रजेन्द्र मिश्र ज्ञासु, अमन शुक्ल शशांक, ललित शंकर, अनुराग दीक्षित, पंकज मिश्र, सोनल शुक्ल, सरोज कुमार, रमेश चंद्र, गोविंद कुमार, अनूप सिंह, अमीषा भारती, शैली पाठक, नेहा मिश्रा, दीपशिखा मिश्रा ने नारी शक्ति पर एक से बढ़कर एक भावविभोर कर डालने वाली स्वरचित कविताएं पढ़ीं। माँ, बहन, बेटियों को समर्पित महावीर सिंह वीर के शानदार मुक्तकों ने कवि सम्मेलन को अविस्मरणीय बना डाला। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण फेसबुक पर शब्दवीणा केन्द्रीय पेज से हुआ, जिससे अनेक साहित्यानुरागी श्रोतागण जुड़े रहे और रचनाकारों का उत्साहवर्द्धन करते रहे।

कवि सम्मेलन का संचालन डॉ विभा जोशी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ आनंद कुमार त्रिपाठी ने किया। डॉ त्रिपाठी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित शब्दवीणा के सभी पदाधिकारियों से आग्रह किया कि शब्दवीणा को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने की आवश्यकता है। कहा कि नेपाल में भी शब्दवीणा की समिति शीघ्र गठित की जाये। उन्होंने शब्दवीणा के विस्तार को नेपाल तक ले जाने में अपनी ओर से यथासंभव सहयोग का आश्वासन देते हुए नेपाल में शब्दवीणा की ओर से कवि सम्मेलन आयोजित करने हेतु आमंत्रण दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

Share