पहाड़ी गदेरों,नदी-नालों के किनारे उगते हैं लुंगडू, लिंगड़ी या फिर लिंगड
पहाड़ की इस जलेबी की तरह घुमावदार जंगली सब्जी का जवाब नहीं, हाँ बहुत अजीब नाम है इस पौष्टिक सब्जी का/
बड़ी खोज बीन के बाद मिलने वाली यह हरी जंगली सब्जी लुंगडू पौष्टिक ही नही औषधीय गुणों से होती है भरपूर, पहाड़ों में प्राकृतिक रूप से उगती है लिंगडू या लिंगड, तराई के इलाकों में इसकी मोटाई व ऊंचाई काफी कम होती है,
पहाड़ों में कई तरह की जंगली सब्ज़ियां पाई जाती हैं। इन सब्ज़ियों में लिंगड़ी भी एक है। नदी- नालों के आस-पास आपको ये हरी सब्ज़ी मिल जायेगी। इस जैविक पौधे को लोग लुंगडू, लिंगड़ी या फिर लिंगड के नाम से जानते हैं। गर्मियों के मौसम में ये सब्ज़ी पहाड़ों में प्राकृतिक रूप से उगती है। जिसको लोग बड़े चाव से खाते हैं। मंडियों में ये सब्ज़ी आनी शुरू हो गई है।
लुंगडू न केवल पौष्टिक सब्जी है बल्कि यह औषधीय गुणों से भी भरपूर है। लुंगडू की हरी कोमल डंठल में विटामिन ए , विटामिन बी कांप्लेक्स , पोटाशियम , कॉपर , आयरन , फैटी एसिड , सोडियम , फास्फोरस , मैगनीशियम , कैरोटिन और मिनरल्ज प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं।