शतरंज के ग्रैंड खिलाड़ी परिमार्जन नेगी

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सौल ऑफ इण्डिया
परिमार्जन नेगी सम्पूर्ण विश्व में शतरंज के खेल में ग्रैंड मास्टर का ख़िताब जीतने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी है। सन 2002 में उन्होंने ईरान की राजधानी तेहरान में 10 वर्ष से कम आयु वर्ग की एशियाई चैंपियनशिप में पहली बार अन्तरराष्ट्रीय सफलता प्राप्त की थी। परिमार्जन सन 2005 में विश्व के सबसे कम उम्र के “इन्टरनेशनल मास्टर” बने थे।
जन्म – 9 फरवरी सन 1993 दिल्ली.
प्रकृति के मनोरम दृश्यों से भरपूर उत्तराखण्ड मूल के परिमार्जन नेगी का जन्म 9 फरवरी सन 1993 को दिल्ली में मां परिधि नेगी तथा पिता जे.बी.सिंह के घर हुआ था। उन्होंने प्रारम्भिक शिक्षा–दीक्षा एमिटी इन्टरनेशनल स्कूल साकेत, दिल्ली से प्राप्त की थी। उन्होंने सन 2018 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से गणित विषय में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वर्तमान में वह मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लेबोरेटरी में पीएचडी के छात्र हैं। परिमार्जन नेगी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एकदम चर्चा में तब आए जब उन्होंने बेहद कम उम्र में ग्रैंडमास्टर खिताब जीत लिया और इस खिताब को जीतने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए थे।
असाधारण प्रतिभावान परिमार्जन ने केवल 4 वर्ष की आयु में शतरंज का खेल शुरू किया था और जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनानी शुरू कर दी थी। उन्होंने अपनी पहली अन्तरराष्ट्रीय सफलता सन 2002 में प्राप्त की, जब तेहरान में वह 10 वर्ष से कम आयु वर्ग के एशियाई खिलाड़ियों में विजेता बने। जुलाई सन 2005 में स्पेन के सॉर्ट में अन्तरराष्ट्रीय ओपन में परिमार्जन ने अपना तीसरा व फाइनल इन्टरनेशल नार्म स्कोर करके विश्व का सबसे कम उम्र का “इन्टरनेशनल मास्टर” बनने की उपलब्धि हासिल की थी। परिमार्जन ने यह खिताब जीत कर दूसरे भारतीय खिलाड़ी पी. हरिकृष्णा का सबसे कम उम्र का ग्रैंड मास्टर होने का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। मई सन 2007 में परिमार्जन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्व युवा स्टार शतरंज टूर्नामेंट के पांचवें दौर में जूनियर चैंपियन जावेन आंद्रियासियन को ड्रा पर रोक दिया था। अगस्त सन 2008 में गजियंटेप में विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में अभिजीत गुप्ता के बाद वह दूसरे स्थान पर रहे थे। सन 2009 में उन्होंने कोपेनहेगन में 8.5/10 स्कोर के साथ पोलिटिकेन कप जीता। परिमार्जन नेगी ने 22 दिसंबर सन 2010 को नई दिल्ली में 48वीं राष्ट्रीय प्रीमियर शतरंज चैंपियनशिप जीती थी। परिमार्जन ने सन 2012 में ने हो ची मिन्ह सिटी में आयोजित 11वीं एशियाई शतरंज चैंपियनशिप जीती। सन 2012 एवं सन 2013 में कैपेल-ला-ग्रांडे ओपन में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने सन 2013 में दूसरी बार पोलिटिकेन कप भी जीता। उन्होंने नॉर्वे के ट्रोम्सो में सन 2014 शतरंज ओलंपियाड में कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम के लिए शीर्ष बोर्ड पर खेला था। सन 2017 तक वह शतरंज से सेवानिवृत्त हो गए थे।
परिमार्जन नेगी वर्तमान समय तक यह उपलब्धि हासिल करने वाले सम्पूर्ण विश्व में सातवें सबसे युवा खिलाड़ी हैं। उन्हें भारत सरकार ने सन 2010 में खेलों के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ अलंकरण अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

साभार vhp

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