ऐतिहासिक श्री झण्डा जी मेला में चारों और भक्ति और आस्था का सैलाब उमड़ा
देहरादून। प्रेम, सद्भावना, भाईचारा, मानवता, श्रद्धा व आस्था का प्रतीक ऐतिहासिक श्री झण्डा जी मेला इस साल भी बेहद भव्य स्वरूप में आयोजित हो रहा है। दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज में रौनकें देखते ही बन रही हैं। चारों और भक्ति और आस्था का सैलाब उमड़ा पड़ा है। दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज वह दरबार है जहां सबके मन्ननें और मुरादें पूरी होती हैं। वर्ष भर संगतें व श्रद्धालु इस पावन बेला का इंतजार करते हैं। देश विदेश से भारी संख्या में संगतें व श्रद्धालु गुरु की नगरी देहरादून पहुंच चुके हैं। नगर वासियों की ओर से चारों ओर गुरु की प्यारी संगतों को आदर सत्कार हो रहा है। गुरु की नगरी देहरादून गुरु की प्यारी संगतों से निहाल है। बुधवार सुबह 7ः00 बजे श्री झण्डे जी को उतारने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज के सज्जादे गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में श्री झण्डे जी का आरोहण किया जाएगा। 21 मार्च को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी।
काबिलेगौर है कि ऐतिहासिक श्री झण्डे जी मेले में शीश नवाने व श्री गुरु राम राय जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए देश विदेश से लाखों की संख्या मंे संगतें हर साल देहरादून पहुंचती हैं। दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज, श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से मंगलवार देर शाम तक सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया। श्री झण्डा जी आरोहण स्थल पर सभी आवश्यक तैयारियों को पूरा किया गया।
गुरु मंत्र पाकर धन्य-धन्य हुई संगतः दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज के सज्जादे गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने श्री झण्डा जी मेला की पूर्व संध्या पर मंगलवार को संगतों को गुरुमंत्र दिया। गुरुमंत्र पाकर संगतंे धन्य-धन्य हो गईं। संगतों ने गुरुमंत्र को आत्मसात करते हुए श्री झण्डा साहिब और श्री गुरु राम राय जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने गुरु महिमा के महत्व को समझाया। उन्होने कहा कि जिस प्रकार सूर्य की किरणें सभी को समान रूप से प्रकाश और ऊष्मा देती हैं, उसी प्रकार एक आध्यात्मिक गुरु अपनी कृपा और करुणा सभी पर समान रूप से रखते हैं। गुरु यानी जो हमारे अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करते हैं।
पूरब की संगतों की विदाईः श्री झण्डा जी मेला के मुख्य व्यवस्थापक मधुसूदन सेमवाल ने जानकारी दी कि श्री झण्डे जी मेले की परंपरा के अनुसार श्री झण्डे जी आरोहण से पूर्व मंगलवार शाम के समय पूरब की संगत को पगड़ी, ताबीज़ व प्रसाद वितरित किया गया। इसके साथ ही पूरब की संगत की विधिवत विदाई की गई।
श्री झण्डे जी पर सुबह 7 बजे से पूजा अर्चनाः बुधवार को श्री झण्डे जी को उतारने की प्रक्रिया सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगी। सुबह श्री झण्डे जी को उतारा जाएगा। संगतों द्वारा दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल और पंचगव्यों से श्री झण्डे जी को स्नान कराया जाएगा। विधिवत वैदिक विधान से पूजा अर्चना के पश्चात् अरदास की जायेगी। दस बजे से श्री झण्डे जी (पवित्र घ्वजदण्ड) पर गिलाफ चढ़ाने का कार्य शुरू किया जाएगा। बुधवार को दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच श्री झण्डे जी का विधिवत आरोहण किया जाएगा। दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज, श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति ने श्री दरबार साहिब परिसर में 5 एलईडी स्क्रीनों की व्यवस्था की है। एलईडी स्क्रीनों, फेसबुक एवम् यूट्यूब पर मेले का सजीव प्रसारण किया जाएगा। श्री दरबार साहिब में जैविक उत्पाद श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा जैविक खेती उत्पादों का स्टॉल लगाया गया है।