*अगली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनें स्वतंत्रता सेनानी परिवार- डॉ. सुनील जोशी*
हरिद्वार। शहीद जगदीश वत्स पार्क निकट जटवाड़ा पुल ज्वालापुर में गणतंत्र दिवस प्रेरणादायी वातावरण में मनाया गया, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. दुर्गा दत्त जोशी के सुपुत्र आयुर्वेदिक विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ सुनील जोशी ने ध्वजारोहण किया, राष्ट्रगान के पश्चात भारत माता की जय, शहीद जगदीश वत्स अमर रहें तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर रहें के नारों से पार्क गूंज उठा। शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा पर डॉ सुनील जोशी, जितेन्द्र रघुवंशी, आचार्य करुणेश मिश्र, वीरेन्द्र गहलौत तथा डॉ वेद प्रकाश आर्य ने माल्यार्पण किया, उपस्थित स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों ने पुष्पांजलि समर्पित किया। इस अवसर पर देश की आजादी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को याद करते हुए डॉ जोशी ने कहा कि आजादी के आंदोलन में यातनाएं सहकर देश को आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि शहीद जगदीश वत्स जिस ऋषिकुल विद्यालय के छात्र रहे हैं हम भी उसी ऋषिकुल के संस्कारों में रचे बसे हैं।
इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए गणतंत्र की परिभाषा बतलाई और कहा कि आजादी के बाद हमारे पूर्वजों ने जिन हाथों में सत्ता सौंपी थी, उनसे उन्हें उम्मीद थी कि हमारे स्वप्नों के अनुरूप देश विकास करेगा, किन्तु अभी तक वह स्वप्न साकार नहीं हो पाया है। इसके लिए सरकार को उनके दायित्व का बोध कराने के लिए हमें आगे आना होगा, उन्होंने कहा कि जिस उत्साह के साथ *हर महीने प्रथम रविवार 10 बजे 10 मिनट स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के नाम* अभियान के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों को संगठित किया जा रहा है, उससे यह दृढ़ विश्वास हो गया है कि हमारी संयुक्त शक्ति सरकार को सेनानी परिवारों को विशिष्ट पहचान देकर उनके अधिकार देने के लिए विवश करेगी। आचार्य करुणेश मिश्रा ने भी अपने दादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री कृष्णानन्द मिश्रा को स्मरण करते हुए कहा कि हमें अपने कर्तृत्व एवं व्यवहार को ऐसा बनाना चाहिए कि अगली पीढ़ियां स्वतंत्रता सेनानी परिवार का होने पर गौरव की अनुभूति कर सकें। कार्यक्रम में ललित चौहान, वीरेन्द्र गहलोत, नरेंद्र कुमार वर्मा, कर्ण सिंह राणा, जोगिंद्र सिंह तनेजा, आदित्य गहलोत, आचार्य करुणेश मिश्रा, यशवंत चौहान, अनुराग सिंह गौतम, सुनील छाबड़ा, सुभाष छाबड़ा, मनीष छाबड़ा, कमल छाबड़ा, मंजुलता भारती, मनीष कुमार, शोभा गोयल, ममता धीमान, रवींद्र कुमार धीमान, परमेश चौधरी, माया चौहान, शीला चौहान, शिवेन्द्र गहलोत, ऋषभ गहलौत, उमा मिश्रा, वेद प्रकाश आर्य, अशोक चौहान तथा शिवानी सैनी सहित स्थानीय गणमान्य नागरिकों की भी उपस्थिति रही।