कलश व लालटेन वाले दिये आकर्षण का केंद्र बने
हल्द्वानी। दीपों का त्योहार दीपावली के लिए दीयों और मूर्तियों की बिक्री शुरू हो गई है। एक तरफ जहां बाजार में चायनीज दीये, झालरों और अन्य सामान ने पकड़ बना ली है। वहीं, दूसरी ओर मिट्टी से बने दीयों और मूर्तियों का क्रेज आज भी बरकरार है। हल्द्वानी में इस बार कलश व लालटेन वाले दिये आकर्षण का केंद्र बने हुए है। इसके साथ ही इस बार मंदिर वाला दीया, फाउटेंन दिया, घर वाला दीया, मल्टीकलर दीया भी लोगों को खूब भा रहा है। जिसके दाम 150 रुपए से शुरू है।इसके साथ ही घर क मुख्य द्वार पर टांगने के लिए माता लक्ष्मी, गणेश भगवान व सूरज देवता की सुंदर मिट्टी की मूर्तिया भी उपलब्ध है। दुकानदार संतोष कुमार ने बताया कि वह दीये खुद बनाते है जबकि मूर्तिया कोलकत्ता, गुजरात, आगरा, लखनऊ व अनय शहरों से लाते है।
दुकानदार संतोष कुमार ने बताया कि वह बहेड़ी के रहने वाले है.वह पिछले कई सालों से हल्द्वानी में आकर दीयों का बाजार लगा रहे है। बताया कि यह उनकी तीसरी पीढ़ी है जो यह काम कर रही है. संतोष ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ मिलकर दीये बनाते है और दिवाली से 21 दिन पूर्व हल्द्वानी आकर दिए का मार्केट लगाते है।
संतोष ने बताया कि इस बार दिवाली के त्यौहार को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.उनके वहां बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथोरागढ़, चम्पावत आदि क्षेत्रों से भी व्यापारी दीए लेने आते है। पूरे कुमाऊं से हर साल व्यापारी उनकी दुकान में आकर दीये और मूर्तियां खरीदकर ले जाते है।
संतोष ने बताया कि छोटे दिये एक रुपए के, बड़े दीये दस रुपए के दो व डिजाइनर दीये 20 रुपए के है. इसके अलावा हाथी वाला दीया 110 रुपए, मंदिर वाला दीया 200 रुपए, लालटेन वाला दीया 160 रुपए के है।