कॉल सेंटर की आड़ में साइबर ठगी
गिरोह का भंडाफोड़
रुद्रपुर। कॉल सेंटर की आड़ में दिल्ली से साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उसकी पत्नी समेत पांच आरोपित फरार हो गए हैं। फिलहाल पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
मामले में तीन आरोपित को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। पकड़े गए सरगना की निशानदेही पर पुलिस ने साइबर ठगी में प्रयुक्त 61 बेस फोन, 28 कीपैड फोन, 60 सिम, 22 राउटर्स, एक रिपीटर, एक सीपीयू और 194 कर्मचारियों के ज्वाइनिंग कीट बरामद किए है। बाद में पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि शांतिपुरी नंबर दो निवासी खीम सिंह मेहता से साइबर ठगों ने इंश्योरेंस कंपनी की पालिसी पर बोनस का झांसा देकर 6.43 लाख की धोखाधड़ी की थी। इस मामले में एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के और एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल की अगुवाई में पुलिस टीम ने जांच शुरू कर दी थी। साथ ही आरोपितों तक पहुंचने के लिए सीओ सिटी-आपरेशन अनुषा बड़ोला और थानाध्यक्ष पंतनगर राजेंद्र सिंह डांगी ने पुलिस टीम के साथ दिल्ली में कई दिन तक डेरा डाले रखा। इस दौरान पता चला कि रामा रोड नजफगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया न्यू मोती नगर दिल्ली स्थित मनावा बिजनेस मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के स्वामी सलीम खान और उसकी पत्नी अर्शी खान का नाम प्रकाश में आया था। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि जब पुलिस टीम ने वहां दबिश दी तो विजय, लोकेश उर्फ जतिन और राहुल कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही उनसे हुई पूछताछ में कॉल सेंटर की आड़ में साइबर ठगी की पुष्टि होने पर पुलिस सलीम खान की तलाश में जुट गई थी।
शुक्रवार देर रात पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपित हाउस नंबर 177, एसएस कालोनी वेस्ट पंजाबी बाग थाना पंजाबी बाग दिल्ली निवासी सलीम खान पुत्र शौकत अली को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि उसकी निशानदेही पर पुलिस ने साइबर ठगी में प्रयुक्त 61 बेस फोन, 28 कीपैड फोन, 60 सिम, 22 राउटर्स, एक रिपीटर, एक सीपीयू और 194 कर्मचारियों के ज्वाइनिंग कीट बरामद किए। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपनी पत्नी अरसी खान के साथ कॉल सेंटर कंपनी की आड़ में अपने कर्मचारियों की मदद से पूरे भारत वर्ष में साइबर धोखाधड़ी करता आया है। धोखाधड़ी करने के लिए उन्हें ग्राहकों का डाटा प्रवेश चैहान लाकर देता है। जबकि चंदन कुमार झा फर्जी सिम लाकर देता है। इसके बदले वह उन्हें डाटा और सिम की संख्या के आधार पर रुपये देते हैं। बताया कि धोखाधड़ी का रुपया बुराड़ी निवासी मनोज खोले गए फर्जी बैंक खातों में मंगवाता है। राहुल नाम का साथी एटीएम से रुपये निकालकर उन तक पहुंचाता है। बाद में पुलिस ने सलीम खान को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। एसएसपी ने बताया कि फरार चल रहे अरसी खान, मनोज, रवि, प्रवेश चैहान और चंदन कुमार झा की तलाश की जा रही है, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।