जो लोग पान खाते हैं या पूजा-पाठ के लिए पान को प्रयोग में लाते हैं, वे सुपारी (Betel nut in Hindi) के बारे में भी जरूर जानते होंगे। पान के साथ-साथ सुपारी का प्रयोग गुटखा-तंबाकू आदि के लिए भी किया जाता है। सच यह है कि अधिकांश लोग सुपारी को केवल इन्हीं चीजों के उपयोग के लिए जानते होंगे, लेकिन असलियत सिर्फ इतना नहीं है। आयुर्वेदिक किताबों के अनुसार, सुपारी एक गुणी औषधि है। आप सुपारी के फायदे भिन्न-भिन्न रोगों की रोकथाम या इलाज में ले सकते हैं। शायद आप भी सुपारी खाने के फायदे के बारे में नहीं जानते होंगे।

पतंजलि में अनुसार, सुपारी एक जड़ी-बूटी है, जिसके इस्तेमाल से रोगों को ठीक करने में मदद मिलती है। सुपारी के इस्तेमाल से कई बीमारियों को इलाज भी किया जा सकता है। आइए सुपारी के फायदे के बारे में जानते हैं।

सुपारी खाने से कई फ़ायदे होते हैं. सुपारी में कई औषधीय गुण होते हैं. सुपारी खाने से पाचन तंत्र मज़बूत होता है और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं. सुपारी खाने के कुछ फ़ायदे ये रहे:
सुपारी में एंथेल्मिंटिक गुण होते हैं, जिससे दांतों में कैविटी नहीं होती.
सुपारी खाने से पाचन तंत्र मज़बूत होता है और कब्ज़ से राहत मिलती है.
सुपारी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण दांतों की सड़न रोकते हैं.
सुपारी खाने से तंत्रिका तंत्र तेज़ होता है, जिससे डिप्रेशन से बचाव होता है.
सुपारी में मौजूद पॉलीफ़ेनॉल इम्यूनोमॉड्यूलेटरी और एंटी-एलर्जी प्रभाव रखते हैं, जिससे डायरिया से बचाव होता है.
सुपारी खाने से मतली की समस्या में राहत मिलती है.
सुपारी में मौजूद सैफ़्रोल यूरिन की समस्या को दूर करता है.
सुपारी खाने से एनीमिया जैसी बीमारी से निजात मिलती है.
सुपारी खाने से आंखों की लालिमा में आराम मिलता है।

पेट में कीड़े होने पर 10-30 मिली सुपारी के फल का काढ़ा बना लें। इसका सेवन करने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं।
इसी तरह, 5 मिली सुपारी के फल का रस पीने से भी पेट की बीमारी ठीक होती है। पेट की गंदगी मल द्वारा बाहर निकल जाती है।

दांत दर्द कर रहा हो, तो बराबर-बराबर मात्रा में सुपारी, खदिर, पिप्पली, तथा मरिच का भस्म बना लें। इसे दांतों पर मलें। इससे दांतों का दर्द, मसूड़ों का दर्द, और जीभ के दर्द से राहत (supari benefits) मिलती है।
सुपारी के चूर्ण को दांतों पर मलने से भी दांतों के विकारों ठीक होते हैं।

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