जिस जमीन को लेकर चचेरे भाई की हत्या की थी, वो 18 बीघा जमीन अब राज्य सरकार की हुई
जिस जमीन को लेकर पिछले साल हुई थी हत्या,वो जमीन अब राज्य सरकार में निह
हल्द्वानी। गत वर्ष सात अक्टूबर को मुखानी थाना क्षेत्र में रामलीला के दौरान जमीनी विवाद को लेकर एक व्यक्ति ने चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में आरोपी भाई और उसक एक अन्य साथी जेल में बंद है। अब राजस्व विभाग की जांच में पता चला कि जिस जमीन को लेकर हत्या हुई थी। उस जमीन का अब कोई वारिस नहीं है। इसलिए उस जमीन को अब राज्य सरकार में निहित कर दिया गया है।
इस मामले में उप जिलाधिकारी परितोष वर्मा और तहसीलदार सचिन कुमार ने जमीन का मुआयना कर साढ़े 18 बीघा जमीन को कब्जे में लेकर राज्य सरकार में निहित कर दिया है।
उप जिलाधिकारी परितोष वर्मा ने बताया कि संबंधित जमीन में जिला अधिकारी कोर्ट में वाद चलने के बाद अब मामला निस्तारित कर दिया गया है। जिसके तहत संबंधित भूमि को राज्य सरकार में निहित करते हुए जमीन का कब्जा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि सात अक्टूबर 2024 को कमलुवागांजा में रामलीला मंचन के दौरान अधिवक्ता उमेश नैनवाल की चचेरे भाई दिनेश ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
उन्होंने कहा कि 18.5 बीगा जमीन के लिए दोनों भाइयों के बीच वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा था। विभाग की जांच में सामने आया कि उस जमीन का कोई वारिस कोई नहीं है। इसलिए उसे राज्य सरकार में निहित कर दिया गया है।