*शब्दवीणा “आया बसंत” कवि सम्मेलन में पढ़ी गयीं एक से बढ़कर एक रचनाएँ*
*ललित शंकर बने शब्दवीणा के बिहार प्रदेश साहित्य मंत्री*
गया/जहानाबाद। राष्ट्रीय साहित्यिक-सह-सांस्कृतिक संस्था शब्दवीणा की जहानाबाद जिला समिति द्वारा स्वामी सहजानंद संग्रहालय, कोर्ट एरिया, जहानाबाद परिसर में ‘आया बसंत’ शब्दवीणा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम अध्यक्ष राजकिशोर शर्मा, शब्दवीणा की संस्थापक-सह-राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी, मुख्य अतिथि शब्दवीणा के प्रदेश संगठन मंत्री प्रो. डॉ. दीनानाथ, गया जिला अध्यक्ष जैनेन्द्र कुमार मालवीय, शब्दवीणा जहानाबाद जिला अध्यक्ष ललित शंकर पाठक, शब्दवीणा के वरिष्ठ सदस्य शिक्षाविद पी. के. मोहन, दीपक कुमार, संजय कुमार, चितरंजन चैनपुरा, रूबी कुमारी एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। माँ शारदे की तस्वीर पर पुष्पांजलि दी। तत्पश्चात अनिल कुमार ने स्वरचित सरस्वती वंदन वंदना की सुमधुर प्रस्तुति दी। शब्दवीणा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रश्मि के नेतृत्व में सभी द्वारा सामूहिक रूप से गाये गये शब्दवीणा गीत से कार्यक्रम स्थल गुंजित हो उठा। जहानाबाद जिला अध्यक्ष ललित शंकर एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रश्मि ने सभी अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र प्रदान करके किया।
कवि सम्मेलन का संयोजन तथा समन्वयन शब्दवीणा जहानाबाद जिला अध्यक्ष ललित शंकर, जिला सचिव चितरंजन चैनपुरा, कोषाध्यक्ष रूबी कुमारी व अन्य ने सामूहिक रूप से किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकिशोर शर्मा ने की तथा संचालन वरिष्ठ कवि चितरंजन चैनपुरा ने किया। डॉ रश्मि ने बसंत पंचमी के पावन अवसर पर शब्दवीणा जहानाबाद जिला समिति द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन को भव्य तथा एक अति अविस्मरणीय कार्यक्रम बताते हुए शब्दवीणा जहानाबाद जिला अध्यक्ष ललित शंकर के शब्दवीणा बिहार प्रदेश साहित्य मंत्री पद पर प्रोन्नति की आधिकारिक घोषणा की। कहा कि आज देश में शब्दवीणा की बिहार, हरियाणा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, दिल्ली प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, गोवा, आदि विभिन्न प्रदेश समितियों के अंतर्गत कई जिला समितियां हैं, जिनके द्वारा हिन्दी एवं भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रचार-प्रसार हेतु विभिन्न आयोजन किये जा रहे हैं। साप्ताहिक शब्दवीणा संगीत संध्या ‘सरगम’ और साहित्यिक साक्षात्कार ‘सत्यम् शिवम् सुंदरम्’ का प्रारंभ किया जाना शब्दवीणा की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक है।
शब्दवीणा कवि सम्मेलन में जैनेन्द्र कुमार मालवीय, पीयूष राज, ललित शंकर, स्नेहा कुमारी, पंकज कुमार विद्रोही, चितरंजन चैनपुरा, अमृतेश कुमार मिश्र, नंदन मिश्रा, गौतम पाराशर, संजय कुमार, पी.के. मोहन, संजय कुमार, राजकिशोर शर्मा, दीपक कुमार, राजेन्द्र सुधाकर, अनिल कुमार , चितरंजन चैनपुरा, अरुण कुमार एवं कवयित्री स्नेहा, सोनल आदि ने बसंत तथा अन्य विषयों पर एक से बढ़कर एक स्वरचित रचनाएँ पढ़ीं तथा उपस्थित श्रोताओं को भावविभोर कर डाला। मुख्य अतिथि प्रो. दीनानाथ ने शब्दवीणा के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए युवा रचनाकारों को मानवता के हितार्थ रचनाएँ रचने कहा। मुख्य अतिथि ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान करके सम्मानित किया। शब्दवीणा कवि सम्मेलन का सीधा प्रसारण शब्दवीणा केन्द्रीय पेज से किया गया जिससे शब्दवीणा की राष्ट्रीय समिति एवं देश भर में स्थित विभिन्न प्रदेश एवं समितियों के पदाधिकारी, सदस्य एवं श्रोताओं ने कार्यक्रम का आनंद उठाया। कार्यक्रम के सफल आयोजन पर शब्दवीणा के राष्ट्रीय संरक्षक महावीर बजाज, डॉ प्रेम शंकर त्रिपाठी, डॉ बुद्धिनाथ मिश्र, बिहार प्रदेश संरक्षक सुबोध कुमार झा, महावीर सिंह वीर, प्रदीप शुक्ल, पुरुषोत्तम तिवारी, अनुराग सैनी, डॉ वीरेन्द्र कुमार, डॉ रवि प्रकाश, डॉ गोपाल निर्दोष, राजमणि मिश्र, अजीत अग्रवाल आदि ने हार्दिक बधाइयाँ दीं।