हर महीने प्रथम रविवार 10 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम अभियान को लेकर देश भर में सेनानी शहीद परिवारों में उत्साह की लहर
हरिद्वार। आज *हर महीने प्रथम रविवार 10 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम* अभियान के अन्तर्गत सम्पूर्ण देश के साथ ही हरिद्वार में अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क निकट जटवाड़ा पुल ज्वालापुर, लक्सर, बहादराबाद, भगवानपुर तथा रुड़की में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारकों तथा शहीद स्थलों एवं सुनहरा वटवृक्ष पर निर्धारित समय पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। जगदीश वत्स पार्क में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री भारत भूषण विद्यालंकार ने ध्वजारोहण किया, राष्ट्रगीत के गायन के बाद संगठन के अध्यक्ष देशबंधु ने शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने बताया कि इस अभियान को आज दो वर्ष पूरे हुए। इस अवधि में देश के 19 प्रान्तों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारकों, शहीद स्थलों पर प्रतिमाह प्रथम रविवार को ध्वजारोहण, राष्ट्रगीत का गायन, पुष्पांजलि तथा एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी या शहीद की जीवन गाथा सुनाने का आयोजन निर्बाध रूप से चला। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जन्मभूमि कटक से जनवरी 2023 से आरंभ यह अभियान नई पीढ़ी को देशभक्ति की भावना से अनुप्राणित करने में सहायक सिद्ध हुआ है। इस अवसर पर
संगठन द्वारा विगत 14 तथा 15 सितम्बर को शिवडेल पब्लिक स्कूल, बी.एच.ई.एल. में राष्ट्रीय अधिवेशन के अवसर पर लगाई गयी स्वाधीनता सेनानियों की चित्र प्रदर्शनी के संयोजक अरुण कुमार पाठक सहित सभी कलाकारों- चित्रकार- सुभाष चन्द्रा, सुदीक्षा सिंह, वृंदा शर्मा, अंशु पाल, प्रियाँशु पाल तथा अंश शंखवार को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भाग ले रहे सभी लोगों ने स्व. श्याम लाल गहलोत तथा शहीद जगदीश वत्स जी के चित्र पर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पण किया।
स्वर्गीय श्यामलाल जी के पुत्र श्री वीरेंद्र गहलोत जी ने श्याम लाल जी की शौर्य गाथा तथा स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान का भावपूर्ण वर्णन किया। संस्था के अध्यक्ष श्री देशबंधु जी ने प्रति माह के पहले रविवार को आयोजित किये जाने वाले इस कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला।
हरिद्वार के एकमात्र जीवित स्वतंत्रता सेनानी श्री भारत भूषण विद्यालंकर जी ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हमें भारतीय संस्कारों की भी शिक्षा मिलती है जिसके अनुपालन से हम अपने देश की संस्कृति का रक्षण व प्रचार-प्रसार कर सकते हैं। चेतना पथ से संपादक, कवि एवं साहित्यकार श्री अरुण कुमार पाठक ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में इस कार्यक्रम में भाग लेकर देश के स्वतंत्रता सेनानियों की याद को ताजा रखने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में अशोक गहलोत, शिवेंद्र गहलोत, ललित चौहान, अरविंद कौशिक, आदित्य गहलौत, कुशल उपाध्याय, परमेश कुमार चौधरी, कवियत्री व प्रेरकवक्ता श्रीमती कंचन प्रभा गौतम, गजेंद्र प्रकाश आर्य, सुभाष छाबड़ा, सुरेंद्र छाबड़ा, लक्ष्मण गिल, श्रीमती राजविंदर कौर, श्रीमती पद्मावती, प्रवेश चौधरी तथा कैलाश वैष्णव सहित कई गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे।