हरेला पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों ने शहीद जगदीश वत्स पार्क में लगाए 65 वृक्ष*
-लिया वृक्षों को बचाने का भी संकल्प-
हरिद्वार 16 जुलाई। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के तत्वावधान में अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क जटवाड़ा पुल ज्वालापुर में वृक्षारोपण के साथ हरेला पर्व मनाया गया। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों ने शहीद जगदीश वत्स पार्क में 65 वृक्षों का रोपण करते हुए वृक्षों को बचाने का भी संकल्प लिया।संगठन के अध्यक्ष देशबंधु की अध्यक्षता व अमर शहीद जगदीश वत्स के भांजे श्रीगोपाल नारसन के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से जूझ रही है, इस चुनौती का सामना केवल आक्सीजन की फैक्ट्री वृक्ष लगाकर ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हरेला प्रकृति पर्व अब देश दुनिया में अपने बढ़ते महत्व के कारण अलग पहचान बना रहा है।उन्होंने कहा कि हरेला कर्क संक्रांति 16 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय वृक्ष दिवस की मान्यता मिलनी ही चाहिए।
स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के अध्यक्ष देशबन्धु ने कहा कि वृक्ष लगाना सबसे बड़ा पुण्यकर्म होता है, हमें एक पेड़ अपने पूर्वजों स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के नाम तथा दूसरा पौधा अपनी मां के नाम पर जरूर लगाना चाहिए। भारतीय वृक्ष न्यास के अध्यक्ष हरितऋषि विजयपाल बघेल ने कहा कि प्राणवायु उत्पादित करने वाले पेड़ के लिए समर्पित कोई भी एक दिन अभी तक घोषित नहीं किया जा सका है, एकमात्र 16 जुलाई की तिथि ही सबसे वृक्ष दिवस के लिए अनुकूल है क्योंकि इस दिन घटित होने वाली खगोलीय घटना से सूर्यदेव दक्षिणायन होते हैं और कर्क संक्रांति के रूप में इस प्रकृति पर्व को पूरे देश में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। वृक्ष दिवस अभियान के संयोजक सुरेश चंद सुयाल ने कहा कि वृक्षों को समर्पित उनका अभियान जारी रहेगा, उन्होंने आयोजन के लिए स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों का आभार भी व्यक्त किया। कर्नल अजय कोठियाल ने हरेला को देश दुनिया के लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरक पर्व बताया। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने कहा कि जिस तरह से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, उसे देखते हुए हमें अभी से गंभीरता से सचेत हो जाना चाहिए और केवल पौधे लगाने की ही औपचारिकता नहीं पूरी करना चाहिए, बल्कि प्रतिमाह इसकी समीक्षा भी करना चाहिए ताकि लगाए गए पौधों का संरक्षण वृक्ष बनने तक किया जा सके। उन्होंने सेनानी परिवार के *हर महीने प्रथम रविवार 10 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम* से चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत ध्वजारोहण, राष्ट्रगान एवं पुष्पांजलियां समर्पित करने के बाद रोपित पौधों की समीक्षा भी करना चाहिए तथा मुरझाए या नष्ट हुए पौधों के स्थान पर पुनः पौधे रोपित करना चाहिए। संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सैनी ने हरेला पर्व पर स्वरचित सुमधुर गीत से लोगों का मन मोह लिया और वृक्षो की उपयोगिता को रेखांकित किया। वहीं श्रीगोपाल नारसन ने स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों की इस पहल को ऐतिहासिक बताते हुए अनावश्यक रूप से काटे जा रहे वृक्षों को रोके जाने व नए वृक्षों को निरंतर लगाते रहने की बात कही। इसके पूर्व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत भूषण विद्यालंकार, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सैनी, उपाध्यक्ष मुरली मनोहर द्वारा ध्वजारोहण किया गया तथा शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।कार्यक्रम में समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा, ल्यूमिनस की एचआर कु साक्षी चौहान, मंगलम सेवा ट्रस्ट हरिद्वार के अध्यक्ष डॉ जितेन्द्र सिंह, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहनवाज खान के प्रपौत्र अदनान, राज्य आंदोलन कारी मोहन पाठक, राजन कौशिक, अनिल भारतीय ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर वीरेंद्र सिंह गहलोत, आशुतोष शर्मा, नवीन शरण निश्चल, आदित्य प्रकाश उपाध्याय, कुशल उपाध्याय, यशपाल सिंह, विजेंद्र सिंह, शिव कुमार, अशोक कुमार चौहान, खेमपाल सिंह, किशनपाल सिंह, धर्मवीर ढींगरा, सुभाष चौहान, यशवंत चौहान, सुशील कुमार शर्मा, आदित्य गहलोत, परमेश चौधरी, श्रीमती राजकुमारी सैनी, माया चौहान आदि मौजूद रहे।