पौष संक्रांति पर आदिबदरी के कपाट एक माह के लिए बंद
कर्णप्रयाग। वैदिक मंत्रौचार के साथ धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए पंचबदरी में प्रथम आदिबदरी के कपाट पौष संक्रांति पर एक माह के लिए बंद कर दिए गए। अब मंदिर के कपाट मकर सक्रांति पर खुलेंगे। इस मौके पर सप्ताहभर तक महाभिषेक समारोह का आयोजन भी होगा।
इस मौके पर मंदिर परिसर में दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का पूजा को पहुंचना शुरू हो गया था। क्षेत्रवासी मंदिर परिसर में जमा हुए और धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लिया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य विनोद नेगी ने कहा इस तरह के आयोजन सौहार्द की भावना पैदा करते है।
मंदिर के पुजारी चक्रधर थपलियाल ने बताया प्राचीन काल से श्री आदिबदरीनाथ मंदिर के कपाट पौष माह में बंद रखने की परंपरा रही है। इस अवसर पर कपाट बंद समारोह धूमधाम से मनाया। जिला पंचायत सदस्य ने कहा आदिबदरी धाम का मंदिर समूह हमारे लिए भगवान की दी हुई सबसे बड़ी विरासत है और धार्मिक स्थल को बारहमासी धार्मिक पर्यटन से जोड़ने की जनता की मांग सरकार के समक्ष रखी जाएगी। मंदिर परिसर में आयोजित धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम में क्षेत्र की महिला मंगल दलों व क्षेत्रीय विद्यालयों के बच्चों ने धार्मिक लोक संस्कृति पर आधारित आकर्षक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। राजकीय इंटर कालेज आदिबदरी की छात्राओं ने रासलीला की प्रस्तुति से सबका मन मोहा।