शब्दाक्षर हरिद्वार साहित्योत्सव-2023 का हरिद्वार में भव्य शुभारंभ*
Soulofindia सूर्यकांत बेलवाल-
शब्दाक्षर के मंच पर हिन्दुस्तान के विभिन्न प्रदेशों से आये 100 से अधिक शब्दाक्षर पदाधिकारियों द्वारा काव्य पाठ करना अत्यंत हर्ष और गौरव का विषय:रवि प्रताप सिंह*
गया( बिहार )/हरिद्वार- राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ द्वारा 25 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले तीन दिवसीय शब्दाक्षर हरिद्वार साहित्योत्सव-2023 शब्दाक्षर हरिद्वार (उत्तराखंड) में “हरिद्वार शब्दाक्षर साहित्योत्सव-2023” का हरिद्वार के स्थानीय स्थल में भव्य शुभारंभ हुआ।
शब्दाक्षर के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह सूर्य, आयोजन प्रमुख डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र एवं व्यवस्था प्रमुख केवल कोठारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन करके एवं माँ शारदे की तस्वीर पर पुष्पांजलि देकर किया।
शब्दाक्षर भोपाल की जिला प्रचार मंत्री सविता बांगड़ ने सरस्वती वंदना की सुमधुर प्रस्तुति दी। तत्पश्चात श्री कोठारी, शब्दाक्षर तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष ज्योति नारायण एवं शब्दाक्षर की राष्ट्रीय प्रवक्ता-सह-प्रसारण प्रभारी डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने शब्दाक्षर गीत प्रस्तुत किया। शब्दाक्षर उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ने स्वागत संबोधन में देश भर के विभिन्न राज्यों से आये उत्तम श्रेणी के रचनाकारों के एक साथ मंच साझा करने की घटना को अद्भुत और अविस्मरणीय बताया। राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह राष्ट्र भर में फैले शब्दाक्षर समितियों को संबोधित करते हुए शब्दाक्षर के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि शब्दाक्षर के राष्ट्रीय मंच पर हिन्दुस्तान के सभी शब्दाक्षर प्रदेश समितियों के 100 से अधिक प्रतिनिधि पदाधिकारियों का होना अत्यंत हर्ष और गौरव का विषय है। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दया शंकर मिश्र ने संस्था का वार्षिक आर्थिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उद्घाटन सत्र तथा काव्य सत्र का संचालन शब्दाक्षर के राष्ट्रीय संगठन मंत्री विश्वजीत शर्मा सागर ने तथा सम्मान सत्र का संचालन स्वयं राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने किया। स्वागत सत्र में मंचासीन डॉ बुद्धिनाथ मिश्र, केवल कोठारी एवं रवि प्रताप सिंह ने देश के कोने-कोने से पधारे संस्था के सभी पदाधिकारियों को श्रीफल, शॉल, मोतियों की माला, शब्दाक्षर अंगवस्त्रम तथा शब्दाक्षर स्मृति चिन्ह प्रदान करके सम्मानित किया। राजीव खरे, शंकर जयपुरी, डॉ. स्मृति कुलश्रेष्ठ, धर्मपाल साहिल, नीता श्रीवास्तव, सुमन सुरभि, संत कुमार वाजपेयी तथा प्रदीप देवीशरण भट्ट कुल आठ शब्दाक्षर पदाधिकारियों की कृतियों में से “कवि हरिश्चंद्र गुप्ता सम्मान” के तहत नीता श्रीवास्तव की कृति “मिल्कियत मेरी” को प्रथम स्थान पर तथा द्वितीय स्थान पर डॉ सुमन सुरभि की कृति ‘चेतना के पंख’ पर क्रमशः 51000 एवं 21000 का चेक, प्रशस्ति पत्र तथा शील्ड प्रदान किया गया। तत्पश्चात सर्वाधिक साहित्यिक आयोजन करवाने वाली प्रदेश व जिला समितियों में से शब्दाक्षर कानपुर (उत्तर प्रदेश) जिला समिति प्रथम, शब्दाक्षर जहानाबाद (बिहार) जिला समिति द्वितीय व शब्दाक्षर महाराष्ट्र प्रदेश समिति तृतीय स्थान पर रही, जिसके लिए उन्हें क्रमशः 11000, 5000 एवं 2000 रुपये की पुरस्कार राशि भी प्रदान की गयी। शब्दाक्षर के बैनर तले विराट कवि सम्मेलन करवाने हेतु मध्य प्रदेश अध्यक्ष राजीव खरे को 11000 रुपये की धनराशि देकर सम्मानित किया गया। शब्दाक्षर श्रेष्ठ कला सम्मान-2023 निशांत सिंह गुलशन तथा शब्दाक्षर अनवरत सेवा सम्मान सागर शर्मा आजाद को दिया गया। मंचासीन पदाधिकारियों द्वारा तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष ज्योति नारायण द्वारा संपादित साझा संकलन ‘शब्दाक्षर गीतमाला’ तथा पंजाब प्रदेश अध्यक्ष डॉ. धर्मपाल साहिल द्वारा संपादित साझा संकलन ‘संवेदना के स्वर’ एवं मौलिक कृतियों लोकार्पण किया गया। तत्पश्चात प्रधान संपादक रवि प्रताप सिंह के संपादन में प्रकशित शब्दाक्षर पत्रिका के अक्टूबर-दिसंबर 2023 अंक का जमीनी लोकार्पण किया गया। काव्य सत्र में कवियों ने एक-से-बढ़कर एक कविताओं का पाठ किया। काव्य सत्र की अध्यक्षता डॉ आदर्श प्रकाश ने तथा संचालन संतोष कुमार तिवारी ने किया। कार्यक्रम में अजीत गुप्ता, सुरेश चौधरी, संजय शुक्ला, अमन शुक्ला, सागर शर्मा आजाद, डॉ अनामिका सिंह, प्रो. जीवन सिन्हा, मनोज कुमार मिश्र, सावित्री सुमन, डॉ नूतन शर्मा आदि की उपस्थिति रही।