भ्रष्टाचारियों उत्तराखंड छोड़ो’ आंदोलन आरंभ करने की जरूरत बताई
Soulofindia
देहरादून/ देश में आज ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की तर्ज पर ‘भ्रष्टाचारियों उत्तराखंड छोड़ो’ आंदोलन आरंभ करने की जरूरत है। नेताओं और नौकरशाही को देश प्रेम, ईमानदारी, नैतिकता, कर्तव्यनिष्ठा का पक्का पाठ दुबारा से याद करा कर सच्चा देशभक्त बनाया जाना ही स्वतंत्रता संग्राम के योद्धाओं को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।ये विचार आजादी की 76 वीं वर्षगांठ पर संयुक्त नागरिक संगठन के तत्वावधान में आयोजित गोष्ठी,जिसका विषय ‘”देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, कारण और निदान के उपाय” था, मे व्यक्त किए गये।
इस अवसर पर उत्तरप्रदेश के प्रादेशिक सचिव रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन मास्टर करतारसिंह की 23 वी पुण्यतिथी पर इनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजली दी गयी,बताया गया की अपनी आखिरी सांस तक ये देशप्रेम से ओतप्रोत फिल्मो,प्रदर्शनो,सभाओ के माध्यम से समाज मे देशभक्ति की अलख जगाते रहे।गोष्ठी मे समाजिक संगठनो के प्रतिनिधियो ने कहा की समाज मे नैतिक मूल्यो की लगातार हो रही गिरावट,उपभोक्ता संस्कृति का बढता आकर्षण,जनसंख्या का दबाब, राजनैतिक नेताओं और अधिकारियों के बीच साठगांठ भी भ्रष्टाचार का कारण है।कुछ वकताओ ने राजनैतिक अपराधिकरण, बढ़ते चुनावी खर्च, राजनीतिक इच्छाशक्ति का अभाव, प्रशासनिक जटिल नौकरशाही में पारदर्शिता का अभाव, प्रशासन ने अनिश्चितता,भ्रष्टाचाररोधी कानूनों के क्रियान्वयन का अभाव, जटिल न्यायिक प्रक्रियायें और कार्मिको को अनुचित संरक्षण को भी नासूर की संज्ञा दी।जागरूक लोगो ने कहा इन बुराईयो से सामाजिक असमानता तथा असंतोष, लोककल्याण सहित सामाजिक न्याय में भी कमी आयी है। भ्रष्टाचार रोकने के उपायों में बताया गया की केन्द्र और राज्य सरकारे कार्मिकों की सेवा शर्तों को आकर्षक बनाते हुए प्रशासनिक प्रक्रियाओ का सरलीकरण करे।अधिकारियो मे नैतिक आचार संहिता हेतु जन जागरूकता अभियान चलाये और शासन प्रशासन के कार्यो मे जननसहभागिता सुनिश्चित करते हुए सीबीआई, सीबी एस, एसआईटी आदि संस्थाओ को राजनैतिक हस्तक्षेप से मुक्त किया जाना,इ- गवर्नेंस को बढ़ावा,सूचना के अधिकार का अधिकाधिक उपयोग,भ्रष्टाचार के मामलों मे त्वरित निर्णय भी इस नासूर को जड़ से उखाड़ने मे मददगार बनेगे।कार्यक्रम में रविसिंह नेगी,अनिल पैन्यूली,ब्रिगेडियर केजी बहल,लै.कर्नल बीएम थापा,चौ.ओमवीर सिंह, जीएस जस्सल,प्रकाश नागिया,कर्नल बीडी गंभीर,मेघा पैन्यूली, कमला लोहानी,एमएस तोमर,दिनेश भंडारी,उषा कोठारी,प्रदीप कुकरेती,सुशील त्यागी,प्रेम खन्ना,महिपाल सिंह कंडारी, मुकेश नारायण शर्मा,रणवीर सिंह मेहरोत्रा,जितेन्द्र डडोना, मोहम्मद इस्लाम, सत्यप्रकाश कोठारी,हर्षनिधी शर्मा, विकास खन्ना,डॉक्टर वीके गर्ग,रविशंकर भाटिया,चौधरी चंद्रपाल सिंह,उमाशंकर गौतम,चंद्रजोशी आदि शामिल थे।