स्वास्थ्य मंत्री को एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट पैरामेडिकल एंड नर्सिंग इंस्टिट्यूशन ने सौपा ज्ञापन*

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नर्सिंग काउंसिल के प्रभारी रजिस्ट्रार के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग*
*देहरादून/हरिद्वार। नर्सिंग काउंसिंग के प्रभारी रजिस्ट्रार के खिलाफ अब एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट पैरामेडिकल एंड नर्सिंग इंस्टिट्यूशन ने भी मोर्चा खोल दिया है। स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से मिलकर एसोसिएशन ने उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए इन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग की है।
एसोशिएशन ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह ने जल्द ही प्रभारी रजिस्ट्रार श्री शर्मा को पदमुक्त करने का आश्वसन देते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए है।
नैनीताल में सम्पन्न हुई एसोशिएशन की बैठक में सर्वसहमति से प्रभारी रजिस्ट्रार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास हुआ। सभी कॉलेजों ने एक सुर में इनके खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग स्वास्थ्य मंत्री से की। एसोसिएशन का आरोप है कि प्रभारी रजिस्ट्रार अपने पद का नाजायज लाभ उठा रहा है। आये दिन निरीक्षण के नाम पर कालेजों का उत्पीड़न कर रहा है। जबकि कुछ कथित लोगों के साथ मिलकर मानकों के विपरीत नए नर्सिंग कालेजों को मान्यता दे रहा है।
एसोसिएशन ने 18 बिंदुओं पर जांच की मांग करते हुए मंत्री को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें बताया गया कि उत्त्तराखण्ड नर्सिंग काउंसिल के प्रभारी रजिस्ट्रार इस पद के लिए योग्य न होने के बावजूद इस पद पर काबिज है और अपने पद का गलत उपयोग कर सरकार की छवि खराब कर रहे हैं। कालेजों में निरीक्षण व मान्यता देने के नाम पर आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है। आरोप है कि इन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाई है। राजस्थान के मूल निवासी होने पर भी इनके द्वारा उत्त्तराखण्ड का मूल निवास प्रमाण पत्र बनवाया गया था, जिसके आधार पर इनकी नौकरी लगी है। अपने पद का लाभ उठाते हुए अपने साले को नर्सिंग कालेज चंपावत में सहायक प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति दिलाई है। इनके द्वारा नियमों में फेरबदल कर चिकित्सा स्वास्थ्य से चिकित्सा शिक्षा विभाग में कैडर बदलने व स्थानांतरण के नाम पर स्टाफ नरसब्व फैकल्टी से मोटी रकम वसूल की जा रही है।
देश भर में चर्चित रहे एम्स ऋषिकेश में नर्स भर्ती घोटाले में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। इनके द्वारा 600 से अधिक राजस्थानियों को फर्जी मूल निवास प्रमाण पत्र पर नियुक्ति दिलाई गई है। नर्स की पढ़ाई पास करने वाली अधिकांश पर्वतीय मूल की लड़कियों के साथ रजिस्ट्रेशन के नाम पर आर्थिक व मानसिक शोषण करता है। इनके विरुद्ध नर्सिंग कालेज की छात्राओं ने कई गम्भीर आरोप लगाते हुए सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। कई वर्षों से मानकों के अनुरूप चल रहे नर्सिंग कालेजों में सीट बढ़ाने व नए कोर्स देने के नाम पर भी सौदेबाजी करता है। लैब व लाइब्रेरी के लिए भी यह दवाब बनाकर अपने व्यक्तियों से कालेजों का शोषण करता है। पूर्व से स्थापित कालेजों में कमियां बताकर धन वसूली करता है। एक एक कालेज में कई कई बार निरीक्षण के नाम पर शोषण करता है। सब बातें प्रेषित ज्ञापन में अंकित हैं, एसोशिएशन ने ऐसे भृष्ट अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के साथ ही इन्हें तत्काल पदमुक्त करने की मांग की, स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत को प्रदेशभर के करीब 35 नर्सिंग व पैरामेडिकल कालेज प्रबंधन ने संयुक्त हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौपा है। जिसकी प्रतिलिपि प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव आदि को प्रेषित है/

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