सेनानी परिवारों में जीवटता का संदेश देते जालियांवाला बाग बलिदान दिवस तथा अम्बेडकर जयंती
इन्दौर के राष्ट्रीय सम्मेलन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों/शहीदों के सम्मान तथा उनके उत्तराधिकारियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए प्रज्ज्वलित ज्योति अब देशभर के सेनानी/शहीद परिवारों को एक सूत्र में पिरो रही है। क्रान्तिकारियों की भूमि सिहोर तथा बिड़ला मंदिर दिल्ली में आयोजित हुए दो दिवसीय कार्यक्रम।
स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सीहोर में जलियांवाला बाग बलिदान दिवस के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संयुक्त संगठन भोपाल के द्वारा टाउन हॉल में प्रांतीय सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णन, समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर, पूर्व सांसद सज्जन सिंह वर्मा, गांधी भवन न्यास के सचिव दयाराम नामदेव, कालापीपल विधायक कुणाल चौधरी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. बलवीर सिंह तोमर, पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, कंप्यूटर बाबा, पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल सहित अनेक गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम के दौरान सुबह तहसील चौराहा स्थित गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किए गए, इसके बाद नगर में सद्भावना यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर आचार्य प्रमोद कृष्णन ने अपने संबोधन में कहा कि सरकारें तो आती-जाती रहेंगी, किंतु देश की संस्कृति, भाईचारा और अखंडता बनी रहनी चाहिए, और यह तभी संभव है जब आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता सेनानी/शहीद परिवारों को राजनीति में यथोचित स्थान मिले।
इस कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों/शहीदों के वंशजों अमर शहीद हिम्मत खान बहादुर खां के वंशज जेडर लोधी, शहीद रणमत सिंह के वंशज कृष्ण प्रताप सिंह, शहादत खान के वंशज खालिद खिलजी, लाल छत्रधारी सिंह के वंशज अनिल सिंह परिहार, नवाब अली के वंशज अशफाक बहादुर, शहीद ग्राम पिण्डरा के वंशज अरुण सिंह को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संयुक्त संगठन के अध्यक्ष अजय नारायण सीतलानी तथा महासचिव अशोक सिंधु ने राज्य के विभिन्न भागों से आए हुए सेनानी/शहीद परिवारों का आह्वान किया कि अब हमें अपने अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी संयुक्त शक्ति का एहसास सरकार को कराना चाहिए।
उधर बिड़ला मंदिर दिल्ली में आजाद हिंद फौज संगठन की अध्यक्ष माननीया राजश्री चौधरी के नेतृत्व में आयोजित जालियांवाला बाग बलिदान दिवस कार्यक्रम में महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ले. आर माधवन सम्मिलित हुए, जिन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ बिताए गए संस्मरणों को साझा किया, इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति (रजि.) के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने सेनानी परिवारों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हमें अपने अधिकारों की रक्षा करनी है तो समूचे देश भर के सेनानी /शहीद परिवारों को अपनी संयुक्त शक्ति दिखाना होगा, इसके लिए ही *हर महीने प्रथम रविवार 10:00 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम* अभियान चलाया गया है, इसमें देश भर के सेनानी/ शहीद परिवार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारकों /शहीद स्थलों में निर्धारित समय पर पहुंचते हैं, पुष्पांजलि समर्पित करते हैं और राष्ट्रगान राष्ट्रगीत के गायन के साथ ही कार्यक्रम का समापन होता है। इन कार्यक्रमों से आने वाली पीढ़ियां स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के कर्तृत्वों से परिचित हो सकेंगे। इसलिए हमें चाहिए कि हर महीने प्रथम रविवार 10:00 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम अभियान को पूरे देश भर में विस्तारित करें।
संगठन के उपाध्यक्ष नित्यानंद शर्मा ने आए हुए प्रतिभागियों को प्रेरणा देते हुए कहा कि बहुत समय हो गया सरकार के सामने गिड़गिड़ाते हुए, अब हमें अपनी शक्ति एकत्रित करना है, जिससे हम सरकारों के पास न जाएं बल्कि सरकार हमारे पास आए। हिंदू महासभा की अध्यक्षा माननीया राजश्री चौधरी ने आगंतुकों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदू धर्म नहीं, बल्कि संस्कृति है। यह हिंदू संस्कृति ही है जो समूचे विश्व को अपने आप में समेटकर शांति और सद्भाव का वातावरण बना सकती है, अतः हमें अपनी शक्ति को पहचानना चाहिए। इस सभा को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत भूषण विद्यालंकार जी ने संबोधित करते हुए गुरुकुल परंपरा को पुनः लागू करने की प्रेरणा दी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ले.आर माधवन, भारत भूषण विद्यालंकार, जितेन्द्र रघुवंशी, नित्यानंद शर्मा को हिन्दू रत्न सम्मान से तथा सेनानी/ शहीद परिवारों को सेनानी परिवार सम्मान से सम्मानित किया गया।