सनातन संस्कृति की धरोहर है होली महापर्व
देहरादून। होली पर्व विश्व के हर देश में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है, होली पर्व को महापर्व का दर्जा इसलिए दिया गया है, यह त्यौहार भारतीय सनातन संस्कृति का महत्वपूर्ण पर्व प्रेम, सौहार्द व भाईचारे का संदेश देता है। उक्त विचार आज देवभूमि पत्रकार यूनियन, पंजी. उत्तराखंड द्वारा धर्मपुर चैक स्तिथ प्राचीन शिव मंदिर में आयोजित होली मिलन समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए महापौर सुनील उनियाल गामा जी ने कहे। उन्होंने कहा कि यह त्यौहार हम सभी के जीवन में सुख, समृद्धि, सौहार्द लेकर आए। उत्तराखंड राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने कहा कि होली का पर्व हम सभी के जीवन में नित नए सफलता के रंग भरे। विशिष्ठ अतिथि डा. अश्वनी कांबोज ने कहा कि होली में परस्पर द्वेष व कल्मष के लिए कोई जगह नहीं है।एकता व सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है होली का पर्व। इनके अतिरिक्त मुख्य अतिथि महानिदेशक सूचना बंधीधर तिवारी, अशोक वर्मा, रविंद्र आनंद, भारती व्यास, पंडित शशिकांत दूबे, आदि ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में एक ओर जहां संस्कृति विभाग की टीम पूनम सती एंड पार्टी, लोकगायक मनमोहन बधानी की प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में शमा बांधा, वहीं नगर में सम्मानित कवियों वीरेंद्र डंगवाल पार्थ, सतेंद्र शर्मा तरंग, हरीश रवि, संजय प्रधान, झरना माथुर, पवन कुमार सूरज आदि की रचना पाठ ने उपस्थित जन समूह को सराबोर कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वतिवाचन के बीच मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन से हुआ। समारोह की अध्यक्षता यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विजय जायसवाल एवं देवभूमि जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पं. सुभाष चंद्र जोशी ने संयुक्त रूप से की। संचालन यूनियन के प्रदेश महासचिव डा.वी.डी.शर्मा ने किया।