‌‌‌पुराने संसद भवन में स्वतंत्रता सेनानी स्मारक बनाने की मांग ‌‌‌ दोहरायी

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देश भर में *10 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम* अभियान का हुआ शुभारंभ

soulofindia

एस.बेलवाल
हरिद्वार/ स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों/ शहीदों की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आज से प्रत्येक माह के पहले रविवार को देशभर में *10 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम* अभियान का शुभारंभ कर दिया गया है। इसके लिए देशभर में स्वतंत्रता सेनानियों/शहीदों तथा उनके उत्तराधिकारियों के हितों के लिए संघर्ष करने वाले सभी संगठनों के द्वारा यह निर्णय लिया गया था कि प्रत्येक माह के पहले रविवार को देशभर में स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों के उत्तराधिकारी अपने-अपने जिलों में स्वतंत्रता सेनानी स्मारकों/शहीद स्थलों पर एकत्रित होंगे तथा ठीक 10 बजे ध्वजारोहण करेंगे । राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के बाद अपने पूर्वज स्वतंत्रता सेनानियों तथा शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन करेंगे।

वहीं प्रेस क्लब हरिद्वार में आयोजित पत्रकार वार्ता में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को आखिर क्यों नहीं सम्मान दिया जा रहा है सरकार को चाहिए कि केंद्र सरकार या तो नया संसद भवन स्थापित होने के बाद पुराने संसद भवन में स्वतंत्रता सेनानी स्मारक स्थापित करे और ऐसा संभव न हो तो वह वार मेमोरियल के पास ही स्वतंत्रता सेनानी स्मारक स्थापित करे। लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को इस देश के हर नागरिक याद रखना चाहिए। स्मारक ही इतिहास में गौरव गाथा के प्रतीक होते हैं।
इसी कार्यक्रम के अंतर्गत आज जनपद हरिद्वार में भी स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों के स्मृति स्तंभों पर पुष्पांजलि अर्पित करने के कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के तत्वावधान में मुख्य कार्यक्रम हरिद्वार में कोतवाली के सामने स्थापित स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ पर आयोजित किया गया। जनपद हरिद्वार के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारी ठीक प्रातः 10 बजे स्मृति स्तंभ पर एकत्रित हुए। इस पावन अवसर पर हरिद्वार के संगठन के संरक्षक श्री सुभाष घई, उत्तराखण्ड स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन के उपाध्यक्ष श्री ललित पन्त, उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुनील जोशी जी द्वारा संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया गया। इसमें उनका सहयोग स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र कुमार सैनी, महासचिव श्री जितेन्द्र रघुवंशी, उपाध्यक्ष श्री मुरली मनोहर, शहीद जगदीश वत्स के भांजे तथा वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार डॉ. श्रीगोपाल नारसन एडवोकेट ने किया। राष्ट्रगान एवं राष्ट्र गीत के बाद सभी उपस्थित स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों एवं अन्य गणमान्य लोगों ने शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा तथा स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा उन्हें नमन कर स्मरण किया। इस अवसर पर शहीद स्थल तथा स्मृति स्तंभ से पावन रज एवं हरिद्वार जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के पद रज कलश में संग्रहीत किया गया।
उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुनील जोशी जी ने सेनानी परिवारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानी संगठनों द्वारा लिया गया यह निर्णय अत्यंत उपयोगी है तथा इससे स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों के प्रति लोगों की श्रद्धा पैदा होगी, उन्होंने *प्रति माह प्रथम रविवार को 10 बजे 10 मिनट पूर्वजों के नाम* अभियान की सराहना भी की। ध्वजारोहण के पश्चात महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री एन.आर. मथाड बेंगलुरु तथा देहरादून की वीरांगना श्रीमती प्रेमा देवी शर्मा के निधन पर दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि भी समर्पित की गई।
इस अवसर पर प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई, जिसमें संगठन के महासचिव श्री जितेन्द्र रघुवंशी द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम आज देशभर में आरंभ किया गया है, जो *हर महीने प्रथम रविवार को 10 बजे 10 मिनट* संकल्प के साथ अनवरत जारी रहेगा। रघुवंशी ने बताया कि इसका एकमात्र उद्देश्य यह है कि हम अपने पूर्वज स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के बलिदान को याद रखें, उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करें, जिससे आने वाली पीढ़ियां भी उनसे प्रेरणा लेती रहें तथा उनका बलिदान कभी भी विस्मृत न होने पाए। वरिष्ठ पत्रकार डॉ श्रीगोपाल नारसन ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों की स्मृति को चिरस्थाई बनाने के लिए देश भर से स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के पद रज संग्रह का अभियान भी चलाया जा रहा है, देशभर से स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों की पद रज को एकत्रित करके उन्हें जनपद वार कलश में स्थापित किया जाएगा तथा फिर एक निर्धारित तिथि को यह सभी कलश दिल्ली में एक राष्ट्रीय स्मारक में संग्रहीत किए जाएंगे। दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता सेनानी स्मारक बनाने की मांग पहले ही केन्द्र सरकार से की जा चुकी है।
संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र कुमार सैनी ने बताया कि अभी भी हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों का इतिहास पूरी तरह से नहीं लिखा गया है तथा न ही इस ओर किसी ने प्रयास किया है। अब देश भर में फैले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संगठनों ने यह बीड़ा उठाया है कि वह पद रज संग्रहीत करने के साथ-साथ सभी स्वतंत्रता सेनानियों/शहीदों के चित्र व उनका संक्षिप्त जीवन परिचय भी प्राप्त करेंगे तथा इन सभी स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों के परिचय को सचित्र एक स्मारिका के रूप में जनपद वार देशभर में प्रकाशित कराया जाएगा। बाद में इन स्मारिकाओं को पावन रज कलश के साथ ही दिल्ली के प्रस्तावित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मेमोरियल में स्थापित किया जाएगा। इस प्रकार देश भर के ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों/ शहीदों का इतिहास लिखने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस अवसर पर उत्तराखंड स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन के उपाध्यक्ष श्री ललित कुमार पन्त ने चलाए जा रहे अभियान की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे सेनानी परिवारों में जागरूकता आएगी। हमें इस अभियान को सभी संगठनों के द्वारा मिलजुल कर संपन्न कराना चाहिए तथा उत्तराखंड को अग्रिम पंक्ति में रखना चाहिए। श्री मुरली मनोहर जी ने इस कदम को ऐतिहासिक बतलाते हुए कहा कि अब सच्चे अर्थों में हमारे पूर्वजों को सम्मान मिलेगा।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अर्जुन सिंह राणा, सुभाष छाबड़ा, अशोक कुमार चौहान, सुभाष चौहान, यशपाल सिंह, नरेंद्र कुमार वर्मा, ललित कुमार चौहान, मानस गोयल, रवि गुप्ता, रमेश कुमार, नवीन शरण निश्चल, राजीव सैनी, मुकेश त्यागी, बालकृष्ण कोरी, सचदेवा, वीरेन्द्र सिंह, कुशल उपाध्याय रविंद्र कुमार धीमान मनोज कुमार दिवाकर, शिवानी सैनी, शोभा गोयल, राजरानी सैनी, प्रतिभा रुहेला, रीता गुलाटी, सावित्री देवी, सरोज कमला, शीला देवी, माया देवी सहित सभी सेनानी परिवार सम्मिलित रहे।

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